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धीमे ओवर रेट से धोनी पर पाबंदी का खतरा

३ जुलाई २०११

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के सामने चुनौती है कि वह अपने गेंदबाजों को निर्धारित समय में ओवर पूरे करने के लिए कड़ाई बरतें. अगर ऐसा नहीं हुआ तो सजा के तौर पर धोनी पर एक टेस्ट मैच की पाबंदी लगाई जा सकती है.

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तस्वीर: AP

बारबेडोस टेस्ट शनिवार को बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गया. भारतीय टीम ने धीमे ओवर रेट की वजह से निर्धारित ओवरों से तीन ओवर कम फेंके. यह मामला पहली बार नहीं उठा है. इससे पहले इसी साल केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में उन्हें धीमे ओवर रेट का दोषी पाया गया था. अगर वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट में भी भारतीय गेंदबाजों के ओवर फेंकने की गति धीमी रहती है तो धोनी पर एक टेस्ट मैच की पाबंदी लग सकती है.

ऐसा होने पर आगामी इंग्लैंड दौरे का पहला टेस्ट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नहीं खेल पाएंगे. आईसीसी आचार संहिता के मुताबिक अगर किसी टीम पर 12 महीने की अवधि में तीन बार धीमे ओवर रेट का मामला साबित होता है तो दोषी कप्तान पर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया जाएगा.

Cricketspieler Mahendra Singh Dhoni
तस्वीर: AP

इसके अलावा अगर कोई टीम मैच में स्लो ओवर रेट की दोषी होती है तो खिलाड़ियों पर हर ओवर के हिसाब से मैच फीस का दस फीसदी जुर्माना लगाया जाता है जबकि कप्तान पर जुर्माने की राशि दोगुनी होती है.

बारबेडोस टेस्ट में भारत ने निर्धारित समय में तीन ओवर कम फेंके. इस हिसाब से भारतीय खिलाड़ियों पर मैच फीस का 30 फीसदी जुर्माना लगेगा जबकि कप्तान धोनी पर उनकी फीस से 60 फीसदी राशि जुर्माने की रकम अदा करने में जाएगी. दो साल पहले महेंद्र सिंह धोनी पर श्रीलंका के नागपुर वनडे में स्लो ओवर रेट की वजह से दो वनडे मैच खेलने की पाबंदी लगी थी. तब धोनी कटक और कोलकाता में होने वाले वनडे मैच नहीं खेल पाए.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: एमजी

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