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ग्रीस को पैकेज की किस्त पर फैसला टला

२० जून २०११

यूरोजोन के वित्त मंत्रियों ने ग्रीस को दिए जाने वाले 12 अरब यूरो के तत्काल ऋण पर अंतिम फैसला टाल दिया है. साझा मुद्रा यूरो को मानने वाले इन देशों का कहना है कि पहले ग्रीस को सरकारी खर्चों में बड़ी कटौती करनी होगी.

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From left, Greek Finance Minister Evangelos Venizelos, Luxembourg's Finance Minister Jean-Claude Juncker, Belgian Finance Minister Didier Reynders and Irish Finance Minister Michael Noonan share a word during a meeting of eurozone finance ministers in Luxembourg on Sunday, June 19, 2011. On only his third day in office, Greece's new Finance Minister Evangelos Venizelos faces his first big test: He must convince his eurozone counterparts to release a loan installment his country needs to avoid defaulting on its massive debts next month, and to commit to billions in new loans to keep Greece afloat in the coming years. (Foto:Virginia Mayo/AP/dapd)
लक्जेमबर्ग में हुई यूरोजोन के वित्त मंत्रियों की बैठकतस्वीर: dapd

यूरोजोन के वित्त मंत्रियों को उम्मीद है कि ग्रीस को यूरोपीय संघ और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की तरफ से दिए जाने वाले कुल 110 अरब यूरो के राहत पैकेज के तहत 12 अरब यूरो की अगली किस्त जुलाई के मध्य तक अदा कर दी जाएगी. कर्ज में दबे ग्रीस का कहना है कि दिवालिया होने से बचने के लिए उसे इस ऋण की जरूरत है.

लेकिन यूरोजोन का कहना है कि ग्रीस की सरकार को अपने खर्चों में बड़ी कटौती करनी होगी. ग्रीक संसद को वित्तीय सुधारों से जुड़े कानून और राष्ट्र की पूंजी बेचने के बारे में कानून पास करने होंगे. सरकारी खर्चों में कटौती के खिलाफ पहले ही ग्रीस की जनता आग बबूला है. लेकिन बेल्जियम के वित्त मंत्री डिजीयर रेंडर्स का कहना है, "अगली किस्त देने के लिए हमें यह आश्वासन दिया जाए कि ग्रीक संसद विश्वास प्रस्ताव को मंजूर करेगी और इस कार्यक्रम का समर्थन करेगी. इसलिए फैसला जुलाई के शुरुआत में लिया जाएगा."

Protesters gesture and wave Greek flags front of the Parliament during a rally against plans for new austerity measures, in central Athens, Wednesday, June 15, 2011. A 24-hour anti-austerity strike by Greece's largest labor unions crippled public services Wednesday, as the Socialist government was to begin a legislative battle to push through last-ditch cost-cutting reforms that will extend beyond its own term in office. (Foto:Lefteris Pitarakis/AP/dapd)
ग्रीक जनता सरकारी खर्चों में कटौती का तीखा विरोध कर रही हैतस्वीर: dapd

इस फैसले में देरी की वजह से सोमवार को एशियाई बाजारों में डॉलर के मुकाबले यूरो के मूल्य में कुछ गिरावट देखी गई.

लक्जेमबर्ग में सात घंटे तक चली बैठक के बाद जारी बयान में यूरोजोन के मंत्रियों ने यह भी घोषणा की कि वे मिल कर ग्रीस के लिए एक दूसरा राहत पैकेज तैयार करेंगे जो जुलाई के शुरुआत तक तैयार हो सकता है. इसमें पहली बार निजी निवेशकों के योगदान के आधार पर ऋण दिया जाएगा. ये निवेशक नए ग्रीक बॉन्ड्स खरीदकर अपना योगदान दे सकते हैं. मौजूदा बॉन्ड्स मैच्योर हो चुके हैं. बयान में यह नहीं कहा गया है कि यह पैकेज कितना बड़ा होगा. निजी निवेशकों के बारे में भी कोई खास जानकारी नहीं दी गई है. उन्हें बस "महत्वपूर्ण" कह कर संबोधित किया गया है.

यूरोजोन के आधिकारिक सूत्रों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि नया पैकेज 120 अरब यूरो तक का हो सकता है जिससे ग्रीस को 2014 के अंत में धनराशि मुहैया कराई जाएगी. इसमें 60 अरब यूरो नया सरकारी ऋण होगा, 30 अरब यूरो प्राइवेट सेक्टर से आने की उम्मीद है जबकि 30 अरब यूरो ग्रीस में निजीकरण की प्रक्रिया से जुटाए जाएंगे.

epa02781953 Greek Prime Minister George Papandreou speaks to the members of the ruling socialist party's (PASOK) Parliamentary group, in Athens, Greece, 16 June 2011. Papandreou announced that he will form a 'new government' and seek a renewed vote of confidence from Parliament. EPA/KATERINA MAVRONA +++(c) dpa - Bildfunk+++ usage Germany only, Verwendung nur in Deutschland
ग्रीक प्रधानमंत्री की जनता से अपील, मुश्किल वक्त में साथ दोतस्वीर: picture-alliance/dpa

रविवार को ग्रीस के प्रधानमंत्री जॉर्ज पापांद्रेउ ने अपने देश की जनता से कहा कि वह खर्चों में कटौती की योजना का समर्थन करे जो "विनाशकारी" दिवालिएपन से बचने के लिए जरूरी है. ग्रीक संसद को संबोधित करते हुए ग्रीस के प्रधानमंत्री ने अपने देश के लोगों से टैक्सों को इजाफे को स्वीकार करने, सरकारी खर्चों में कटौती और निजीकरण की योजना को समर्थन देने की अपील की.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

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