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समाज

कोरोना कालः बांग्लादेश पुलिस का अनुलोम-विलोम

९ जून २०२०

वैसे तो योग के कई फायदे हैं लेकिन कोरोना महामारी के समय में भी लोग सेहतमंद रहने और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए योग कर रहे हैं. योग से मन भी शांत रहता है. अब बांग्लादेश की पुलिस अपनी सेहत को बनाए रखने के लिए योग कर रही है.

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International Yoga Day
तस्वीर: Reuters/A. Wang

योग का हर आसन शरीर के किसी ना किसी भाग के लिए फायदेमंद है. योग अच्छी सेहत के रास्ते तो खोलता ही है साथ ही साथ मन की शांति भी देता है. कोरोना वायरस महामारी के दौर में तनाव दूर रखने और सेहत दुरुस्त रखने के लिए बांग्लादेश की पुलिस योग कर रही है. पुलिस फोर्स के लिए योग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है और पुलिस के जवान चटाई पर पालथी मारकर बैठे हुए हैं और एक साथ सभी सांस अंदर ले रहे हैं और बाहर छोड़ रहे हैं. बांग्लादेश पुलिस के लिए सामूहिक योग सत्र का आयोजन हो रहा है ताकि वे भी इस समय में तंदरुस्त रह सकें.

करीब 17 करोड़ की आबादी वाले देश में पुलिस ने लॉकडाउन लागू कराने के लिए अहम भूमिका निभाई. मई के आखिर में देश में लॉकडाउन हटा लिया गया, लेकिन वायरस ने पूरे बांग्लादेश में 6,000 पुलिस जवानों और अधिकारियों को अपनी चपेट में ले लिया और 19 की मौत कोविड-19 के कारण हो गई. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राजधानी ढाका में कम से कम 1,850 पुलिसकर्मी इस घातक बीमारी से घिर गए और 10 की मौत हो गई.

पुलिसकर्मियों के लिए योग की पहल करने वाले ढाका पुलिस के राजनयिक सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता राजन कुमार साहा कहते हैं, "कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वे अहम भूमिका निभाते हुए सड़क पर तैनात रहते हैं. ड्यूटी के दौरान उन्हें तनावमुक्त रखना बेहद अहम है." बांग्लादेश में लॉकडाउन के दौरान भी कोरोना वायरस के मामले रोजाना बढ़ते रहे और विशेषज्ञों को आशंका है कि अर्थव्यवस्था के खुलने से संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है.

साहा कहते हैं कि ढाका के भीड़भाड़ वाले इलाकों में सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना असंभव जैसा है. इन नियमों का पालन कराने के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर अधिक दबाव रहता है. साहा के मुताबिक, "हमें निर्देश दिया गया था कि इस संकट के बीच पुलिस फोर्स का मनोबल बढ़ाने के लिए जो किया जा सकता है वह करें. योग भी हमारे लिए उस मिशन का एक हिस्सा है." उन्होंने बताया कि इस खास सत्र में 1,200 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया.

पुलिसकर्मियों को योग सिखाने वाली शमा मखिंग कहती हैं कि भारत का यह प्राचीन अभ्यास अधिकारियों को शारीरिक और मानसिक रूप से सहायता देगा. उन्होंने सोमवार को एक सौ के करीब अधिकारियों को योग की ट्रेनिंग दी. इस दौरान शमा ने अधिकारियों को अनुलोम-विलोम सिखाया. शमा कहती हैं, "वे ड्यूटी तो नहीं छोड़ सकते. इसलिए जरूरी है कि पुलिसकर्मी फिट रहें. योग उनकी सांस लेने में बेहतर मदद कर सकता है.

एए/सीके (एएफपी)

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