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वर्ल्ड कप का मजा ऑनलाइन

२३ फ़रवरी २०११

वर्ल्ड कप क्रिकेट के मौसम में खेल प्रेमियों के लिए टीवी की दुनिया क्रिकेट तक सिमट गई है लेकिन अगर कोई किसी वजह से टीवी नहीं देख पा रहा है तो ऐसा नहीं है कि वह मैच के मजे से वंचित है. ऑनलाइन पर भी मैच की सुविधा है.

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तस्वीर: AP

दिन के ज्यादातर समय ऑनलाइन रहने वाले लोगों को अब इंटरनेट पर मैच देखना ज्यादा आसान लग रहा है. ईएसपीएन-स्टार स्पोर्ट्स (ईएसएस) की वेबसाइट पर 10 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्टर कर भारत और बांग्लादेश के बीच मुकाबला देखा. ईएसएस का कहना है, "वेब स्ट्रीमिंग के लिए अब तक 10 लाख वीडियो दर्शक हमारे पास आ चुके हैं."

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क्रिकेट के दीवानेतस्वीर: AP

मैच को ऑनलाइन देखने के लिए दर्शकों के बड़े वर्ग को ध्यान में रखते हुए अब कई बड़े ब्रैंड और कंपनियां इसका फायदा अपने प्रोडक्ट के विज्ञापन में उठा रही हैं. हैप्पीडेंट चुइंगगम, सैमसंग गैलेक्सी टैब, हिंदुस्तान यूनिलीवर, 22 बेस्टडील्स डॉट कॉम, स्पाइसजेट, ओल्ड स्पाइस, और मैकडॉवेल्स ने वेब स्ट्रीमिंग का फायदा अपने प्रचार में उठाने के लिए कमर कस ली है.

दर्शकों की कमी नहीं

सैमसंग कंपनी के एक अधिकारी ने कहा, "डिजिटल प्लेटफॉर्म 24x7 उपलब्ध है और जितने चाहें उतने दर्शक इसका फायदा उठा सकते हैं." ईएसपीएन सॉफ्टवेयर इंडिया के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट संजय कैलाश ने बताया कि जिस वेबसाइट पर मैच की वेब स्ट्रीमिंग उपलब्ध है उसका लाभ विज्ञापन देने वाली कंपनियां भी उठा रही हैं. उन्होंने कहा, "हमारी साझीदार कंपनियों को अच्छी ऑनलाइन सुविधा का फायदा मिल रहा है."

हालांकि ऑनलाइन मीडिया पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि अगर आधारभूत ढांचे पर ध्यान दिया जाए तो ऑनलाइन मीडिया से काफी फायदा हो सकता है.

विश्लेषकों के मुताबिक भारत में इंटरनेट की बैंडविड्थ काफी कम है जिससे ऑनलाइन यूजर को अच्छी स्पीड नहीं मिल पाती और इंटरनेट पर उनका अनुभव हमेशा अच्छा नहीं होता. इसे दूर किए जाने की जरूरत है. वैसे साइबर जगत में कई ऐसी वेबसाइट और ब्लॉग भी हैं जो गैरकानूनी तरीके से चोरी छिपे स्पोर्ट्स चैनलों के लिंक मुहैया कराते हैं और लोग इन पर मैच को देख सकते हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: वी कुमार

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