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ब्रिटेन के दूसरे बड़े पुलिस अधिकारी का इस्तीफा

१८ जुलाई २०११

फोन हैकिंग कांड में चौथा बड़ा इस्तीफा गिरा. ब्रिटेन पुलिस के दूसरे सबसे बड़े अधिकारी जॉन यैट्स ने पद से इस्तीफा दे दिया है. फोन हैकिंग कांड के लिए न्यूज ऑफ द वर्ल्ड और पुलिस के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.

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फोन हैकिंग कांड का सायातस्वीर: picture alliance/dpa

आरोप हैं कि पुलिस ने पैसे लेकर न्यूज ऑफ द वर्ल्ड को मशहूर हस्तियों के फोन रिकॉर्ड्स मुहैया कराए. इन आरोपों के बाद लंदन के एसिस्टेंट पुलिस कमिश्नर जॉन येट्स को इस्तीफा देना पड़ा. येट्स मेट्रोपॉलिटन पुलिस के आतंकवादरोधी दस्ते के प्रमुख थे. इससे पहले भारी दबाव के बीच रविवार को ब्रिटेन के सर्वोच्च पुलिस अधिकारी पॉल स्टीफेंसन ने भी इस्तीफा दे दिया.

लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन ने इस्तीफों का स्वागत किया है. मेयर ने कहा कि दो शीर्ष पुलिस अधिकारियों के इस्तीफे खेदजनक जरूर हैं लेकिन यह सही रास्ता है. जॉनसन ने कहा, "दोनों में से किसी की ईमानदारी या पेशेवर अंदाज के खिलाफ कुछ भी साबित नहीं हुआ. लेकिन दोनों ही मामलों में मेट (मेट्रोपॉलिटन पुलिस) और न्यूज ऑफ द वर्ल्ड की साठगांठ को लेकर सवाल उठ रहे हैं. यह माहौल दोनों अधिकारियों का ओलंपिक खेलों (2012) से ध्यान भटका रहा है."

येट्स ने 2009 में न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के पत्रकारों द्वारा फोन हैकिंग मामलों की दोबारा जांच कराने से इनकार कर दिया था. दो साल पहले येट्स ने तर्क दिया कि इन मामलों की जांच कराने की कोई जरूरत नहीं. लेकिन इस साल जनवरी में फिर शुरू हुई जांच में कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं. पता चला कि पुलिस के पास फोन हैकिंग से जुड़े 11,000 दस्तावेज थे लेकिन उनका ढंग से निरीक्षण तक नहीं किया गया.

Rebekah Brooks
जमानत पर रिहा ब्रुक्सतस्वीर: picture alliance/dpa

येट्स से पहले मेट्रोपॉलिटन पुलिस के प्रमुख पॉल स्टीफेंसन को इस्तीफा देना पड़ा. स्टीफेंसन के न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के पूर्व उप संपादक नील वैलिस से संबंध रहे हैं. न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के बाद नील वैलिस लंदन पुलिस के जनसंपर्क सलाहकार भी रहे. इन्हीं संबंधों के चलते सर्वोच्च अधिकारी की कुर्सी चली गई. फोन हैकिंग कांड से ब्रिटेन पुलिस की छवि को भी काफी धक्का लगा है.

इस बीच सोमवार को फोन हैकिंग कांड में पुलिस ने न्यूज ऑफ द वर्ल्ड की पूर्व संपादक और रुपर्ट मर्डोक की ब्रिटिश कंपनी न्यूज इंटरनेशन की सीईओ रेबेका ब्रुक्स से पूछताछ की. पुलिस ने रविवार को ब्रुक्स को गिरफ्तार किया. हालांकि पूछताछ के बाद 43 साल की ब्रुक्स को जमानत पर रिहा कर दिया गया है. ब्रुक्स समेत फोन हैकिंग कांड में अब तक 10 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुके हैं.

ब्रुक्स ने 20 साल की उम्र में सेक्रेटरी के तौर पर न्यूज ऑफ द वर्ल्ड में नौकरी शुरू की. लेकिन इसके बाद का सफर ब्रुक्स ने बेहद तेजी से तय किया. 11 साल के भीतर वह न्यूज ऑफ द वर्ल्ड की संपादक बन गईं. वह ब्रिटेन में सबसे कम उम्र में संपादक बनने वाली महिला पत्रकार हैं. उनके संपादक रहते हुए ही न्यूज ऑफ द वर्ल्ड ने फोन हैकिंग शुरू की. हालांकि ब्रुक्स इससे इनकार करती है लेकिन अखबार के पूर्व और मौजूदा पुराने कर्मचारी रेबेका को ही फोन हैकिंग का जिम्मेदार मानते हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ए जमाल

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