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धीमी गति से बहते बुंडेसलीगा के खेल

२१ फ़रवरी २०११

सप्ताहांत के दौरान बुंडेसलीगा के 9 मैचों में 30 गोल किए गए, यानी हर मैच में 3.33 गोल. वैसे इनमें से दो आत्मघाती गोल थे, जिनका खामियाजा कोलोन और सेंट पाउली को भुगतना पड़ा.

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पहले ही मैच में सफल रहे कोच फावरेतस्वीर: picture-alliance/dpa

सबकी नजरें मोएंचेनग्लाडबाख की टीम पर थी, जिसे शाल्के-04 के खिलाफ अपने मैदान में खेलना था. तालिका में सबसे नीचे इस टीम में नए कोच आए थे लुसिएन फावरे. और रविवार को हुए इस मैच में मोएंचेनग्लाडबाख को 2-1 से जीत हासिल हुई. इस सत्र में अपने मैदान में पहली जीत. 19 अंकों के साथ अब भी वह आखिरी स्थान पर है, लेकिन उसके अंक श्टुटगार्ट के बराबर हैं. कोच फावरे का कहना था कि बुंडेसलीगा में बने रहना अब भी मुमकिन है. शाल्के की टीम चैंपियंस लीग में तो अच्छा खेल रही है, लेकिन बुंडेसलीगा में कोच मागाथ का जादू नहीं चल पा रहा है. तालिका में वह दसवें स्थान पर है, और पांचवें स्थान तक पहुंचकर अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सेदारी की उम्मीद लगभग खत्म है.

तालिका में डोर्टमुंड आराम से पहले स्थान पर बना हुआ है. दूसरे स्थान की टीम लेवरकूजेन पर उसकी बढ़त 10 अंकों की है. डोर्टमुंड ने सेंट पाउली को 2-0 से हराया, जिसमें सेंट पाउली के खिलाड़ी राल्फ गुनेश का आत्मघाती गोल शामिल था. लेवरकूजेन और श्टुटगार्ट के बीच मैच में दोनों टीमें बराबर दर्जे की लग रही थी, लेकिन जीत हुई लेवरकूजेन की, 4-2 के फासले से. तीसरे स्थान की टीम बायर्न म्युनिख ने भी माइन्त्ज को 3-1 से हराया. म्युनिख के 42 अंक हैं, और वह पहले स्थान से 13 अंक पीछे है. इस सत्र में चैंपियन बनने का सपना पूरा होते नहीं दिख रहा है.

दर्शकों की भीड़ जारी है. इस सप्ताहांत के दौरान तीन लाख 60 हजार से अधिक फैन्स स्टेडियमों में हाजिर थे. सबसे अधिक दर्शक डोर्टमुंड में आए थे, सेंट पाउली के साथ मुकाबला देखने के लिए: अस्सी हजार से भी अधिक. हां, एक और रिकॉर्ड इस बार बना: कोई पेनाल्टी किक नहीं दी गई, और न ही किसी को लाल कार्ड देखना पड़ा.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ उ भट्टाचार्य

संपादन: ओ सिंह

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