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डीजल, केरोसीन और एलपीजी की कीमत बढ़ी

२५ जून २०११

भारत में डीजल, केरोसीन और एलपीजी गैस के दाम बढ़े हैं जिससे लोगों पर महंगाई की चोट और गहरी होने की संभावना है. पेट्रोल की कीमत में पांच रुपये का इजाफा पहले ही हो चुका है. तेल कंपनियों को नुकसान से बचाने के लिए उठाया कदम.

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ARCHIV - ILLUSTRATION - Ein Mann betankt am 02.07.2008 an einer Tankstelle in München (Oberbayern) sein Auto. Der Benzinpreis hat am Donnerstag (28.04.2011) wieder kräftig angezogen und fast einen neuen Rekordwert von 1,60 Euro erreicht. Foto: Andreas Gebert dpa +++(c) dpa - Bildfunk+++
तस्वीर: picture-alliance/dpa

कीमतों में बढ़ोत्तरी का यह फैसला शुक्रवार आधी रात से लागू हो जाएगा. वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के नेतृत्व वाले मंत्रियों के समूह ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील समझे जाने वाले इस फैसले पर मुहर लगा दी. तेल मंत्री एस जयपाल रेड्डी का कहना है कि तेल कंपनियों को लगातार नुकसान हो रहा है और इससे बचने के लिए ही पेट्रोल, डीजल और केरोसीन की कीमतों को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. तेल कंपनियों को अभी तक एक लाख 71 हजार 140 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा था और दामों में बढ़ोत्तरी के फैसले के बाद यह घटकर 21 हजार करोड़ रह जाएगा.

कुछ ही समय पहले पेट्रोल की कीमतों में पांच रुपये का इजाफा किया गया था और अब डीजल, केरोसीन और एलपीजी गैस के दाम बढ़ाए गए हैं. पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने बताया कि डीजल की कीमत प्रति लीटर तीन रुपये, केरोसीन की कीमत प्रति लीटर दो रुपये और एलपीजी गैस के सिलेंडर के दाम में 50 रुपये की वृद्धि हुई है. सरकार का कहना है कि कीमतों में बेहद साधारण और न्यूनतम वृद्धि की गई है. डीजल अब बढ़ी हुई कीमत पर प्रति लीटर 41 रुपये बेचा जाएगा.

500 Rupien Scheine - Indien 500 Indian Rupees note
तस्वीर: DW

डीजल, केरोसीन और एलपीजी सिलेंडर की कीमत बढ़ाने का यह फैसला सरकार के लिए बेहद अलोकप्रिय कदम साबित हो सकता है. हालांकि सरकार के कंधों पर सब्सिडी का भार कम होगा और निवेशकों में उसकी छवि बेहतर होने की उम्मीद है. लेकिन विपक्षी पार्टियों ने सरकार के इस कदम की खासी आलोचना की है. भारतीय जनता पार्टी, वाम दलों, जेडी(यू), एआईएडीएमके ने सरकार के फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है. यूपीए सरकार में शामिल तृणमूल कांग्रेस ने भी विरोध का स्वर बुलंद किया है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ईशा भाटिया

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