घाटी में बलात्कार के आरोपों में घिरी सेना
२३ जुलाई २०११हड़ताल के कारण श्रीनगर और दूसरे शहरों में ज्यादातर दुकानें, स्कूल और दफ्तर बंद रहे. इससे पहले शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी वाहनों को जला दिया और पुलिस के साथ उनकी झड़पें हुई. कुलगाम जिले की 25 वर्षीय महिला का आरोप है कि मंगलवार को भारतीय सेना की वर्दी पहले दो सशस्त्र लोगों ने उसका अपहरण कर बलात्कार किया.
कश्मीरी अलगाववादी मानवाधिकार संगठन या संयुक्त राष्ट्र से घटना की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कहा, "इससे फिर सुरक्षा बलों का असली चेहरा बेनकाब हो गया है और साबित हो गया है कि वे बलात्कार को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं."
कहीं वे 'उग्रवादी' तो नहीं
शुक्रवार को भारतीय सेना ने कहा कि वह आरोपों को गंभीरता से ले रही है. कश्मीर घाटी के लिए भारतीय सेना के प्रमुख एसएस हसनैन ने पत्रकारों को बताया, "अगर इन आरोपों में सच्चाई है तो यह एक अपराध है जिसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी." लेकिन उन्होंने यह भी बताया कि कश्मीर घाटी में उग्रवादी भी सेना की वर्दी पहनते हैं. उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि उग्रवादी ने सेना की वर्दी पहनकर महिला का अपहरण किया हो ताकि सेना के खिलाफ गुस्से को भड़काया जा सके.
इस बीच पीटीआई की खबर के मुताबिक कथित तौर पर बलात्कार का शिकार बनी महिला के पति और सास ने पुलिस को बताया है कि वह मानसिक रूप से बीमार है और मंगलवार को पूरे दिन घर पर ही थी. मंगलवार को ही उसने अपने साथ कथित तौर पर बलात्कार होने की बात कही. इस खबर पर पुलिस की तरफ से तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
जांच करेगी सेना
कश्मीर घाटी में 2009 में दो महिलाओं के बलात्कार और उसके बाद हत्या पर व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए. बाद में संघीय जांचकर्ताओं बताया कि दोनों महिलाओं को पानी में डुबाया गया और उनका बलात्कार नहीं हुआ. हालात को खराब होने से बचाने के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम बनाई है जो ताजा घटना की जांच करेगी. वहीं सेना ने भी अपनी तरफ से जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने कहा है कि कथित तौर पर बलात्कार की पीड़ित महिला पर हिंसा या जबरदस्ती किए जाने के कोई निशान नहीं दिखे. राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने कहा है कि सैनिकों की पहचान परेड कराई जाएगी. उनका कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच बंटा है. भारतीय प्रशासित कश्मीर में दो दशकों से भी ज्यादा समय से भारत सरकार के खिलाफ उग्रवाद जारी है जिसमें 47,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एन रंजन