1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
समाज

टिक टॉक डाउनलोड बैन पर अमेरिकी अदालत की रोक

२८ सितम्बर २०२०

चीन के वीडियो शेयरिंग ऐप टिक टॉक को आखिरी समय में अस्थायी राहत मिली जब एक अमेरिकी अदालत ने राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के प्रतिबंध के फैसले को स्थगित कर दिया.

https://p.dw.com/p/3j5Hm
तस्वीर: picture-alliance/NurPhoto/N. Economou

वॉशिंगटन की एक संघीय अदालत ने देश में टिक टॉक पर मध्य रात्रि (सोमवार रात) से बैन लगाने के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के फैसले को स्थगित कर दिया है. हालांकि पूरे प्रतिबंध को निलंबित करने के टिक टॉक के अनुरोध को जज ने अस्वीकार कर दिया है. फिलहाल टिक टॉक ऐप स्टोर पर मौजूद रहेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद, प्रतिबंध 12 नवंबर को प्रभावी होगा. टिक टॉक को अंतिम समय में प्रतिबंध से राहत मिली जब यह सोमवार आधी रात से प्रभावी होने वाला था. संघीय अदालत के जज कार्ल निकोल्स ने अपने प्रारंभिक फैसले में टिक टॉक की मालिक कंपनी बाइट डांस द्वारा दायर याचिका के बाद राहत दी है.

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के एक हफ्ते बाद नवंबर में टिक टॉक पर एक सख्त प्रतिबंध प्रस्तावित है. जज ने प्रतिबंध को निलंबित करने के लिए कंपनी के अनुरोध को स्वीकार नहीं किया है. टिक टॉक के वकीलों ने तर्क दिया कि अगर अमेरिकी प्रशासन ने टिक टॉक पर प्रतिबंध लगा दिया, तो यह संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन होगा और इससे व्यापार को गहरा नुकसान होगा.

राष्ट्रपति ट्रंप ने अगस्त में एक कार्यकारी आदेश जारी किया था जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे का हवाला देते हुए टिक टॉक और एक अन्य चीनी ऐप वीचैट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. व्हाइट हाउस का कहना है कि वीडियो ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है क्योंकि यह लाखों अमेरिकियों को चीनी अधिकारियों को व्यक्तिगत जानकारी मुहैया कराता है.

ट्रंप ने टिक टॉक पर कारोबार में बने रहने के लिए अमेरिकी कारोबार को देश की किसी कंपनी को बेचने के लिए समयसीमा भी दी थी या फिर देश से बाहर निकल जाने के लिए कहा था. ट्रंप के आदेश के बाद बाइट डांस ने अमेरिकी कंपनियों ओरेकल और वॉलमार्ट को टिक टॉक की कुल संपत्ति का 20 प्रतिशत बेचने के लिए टिक टॉक ग्लोबल नामक एक नई कंपनी के गठन की घोषणा की. ट्रंप ने भी इस समझौते को मंजूरी दी. हालांकि ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर ओरेकल कंपनी पर "पूर्ण नियंत्रण" नहीं रखता है तो वह अपनी मंजूरी वापस ले सकते हैं.

टिक टॉक का कहना है कि ट्रंप प्रशासन के दौरान अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. उसका आरोप है कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चीनी ऐप का मुद्दा गरम है.

एए/सीके (एएफपी, एपी)

__________________________

हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें