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अपराधभारत

क्या भारतीय मछुआरे की मौत श्रीलंकाई नौसेना के जहाज से हुई

चारु कार्तिकेय
२ अगस्त २०२४

श्रीलंका की नौसेना के एक जहाज और भारतीय मछुआरों की एक नाव के बीच टक्कर होने के बाद एक भारतीय मछुआरे की मौत हो गई है. अब इसके विरोध में तमिलनाडु के रामेश्वरम में मछुआरा संगठनों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है.

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चेन्नई में सुबह सुबह जाल में से मछलियां निकालते हुए तमिलनाडु के मछुआरे
भारतीय मछुआरों को अक्सर श्रीलंका की सीमा में घुसने के आरोप में हिरासत में ले लिया जाता हैतस्वीर: Sri Loganathan/ZUMA Wire/IMAGO

रामेश्वरम के मछुआरों ने शुक्रवार, 2 अगस्त को एक तत्काल बैठक बुलाई और मछली पकड़ने की सभी व्यावसायिक गतिविधियां रोक दीं. मछुआरा संगठनों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है. यह फैसला एक भारतीय मछुआरे के. मलईसामी की मौत के बाद लिया गया है.

59 साल के मलईसामी की मौत उनकी नाव और श्रीलंकाई नौसेना के एक जहाज के बीच टक्कर के बाद हुई. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, टक्कर बुधवार, 31 जुलाई को भारत और श्रीलंका के बीच श्रीलंका के एक छोट से द्वीप नेदुंथीवु के पास 'पाक स्ट्रेट' में हुई.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, चार भारतीय मछुआरे एक नाव पर सवार थे, तभी श्रीलंका की नौसेना के एक सर्विलांस जहाज ने कथित रूप से उनकी नाव को टक्कर मार दी और नाव डूब गई. हादसे में मलईसामी की मौत हो गई. वी रामचंद्रन (54 वर्ष) नाम के एक और मछुआरे के लापता होने की सूचना है. इसके अलावा दो अन्य मछुआरों को हिरासत में ले लिया गया.

चेन्नई में सुबह सुबह जाल में से मछलियां निकालते हुए तमिलनाडु के मछुआरे
इस समय 83 भारतीय मछुआरे श्रीलंका में हिरासत में हैंतस्वीर: Sri Loganathan/ZUMA Wire/IMAGO

मछुआरा संघों ने कहा है कि हड़ताल तभी खत्म होगी जब श्रीलंका की जेलों में बंद पड़े सभी भारतीय मछुआरों को रिहा किया जाएगा. साथ ही जब्त की उनकी सभी नावें लौटा दी जाएं या जिनकी मरम्मत नहीं हो सकती उनके लिए मुआवजा दिया जाए.

श्रीलंका के उच्चायुक्त तलब

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मलईसामी के परिवार के लिए 10 लाख रुपये की राहत राशि घोषित है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इस हादसे को लेकर तमिलनाडु के मछुआरों के बीच बहुत रोष है.

भारत-श्रीलंका को जमीन के रास्ते जोड़ने की परियोजना

नई दिल्ली में भारत सरकार ने श्रीलंका के कार्यकारी उच्चायुक्त को तलब कर कड़ा ऐतराज जताया है. श्रीलंका के जाफना में भारत के वाणिज्यिक दूतावास के अधिकारियों को भी कहा गया है कि वे हिरासत में लिए गए मछुआरों और उनके परिवारों की मदद करें.

श्रीलंका की नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन गायन विक्रमासूर्या ने 'द हिंदू' अखबार को बताया कि उस दिन समुद्र में करीब 10 से 15 भारतीय नावें थीं और नौसेना के गश्ती जहाज ने जब एक नाव को पकड़ने की कोशिश की तो उस पर सवार मछुआरे भागने लगे.

श्रीलंका का एक टापू बना लोकसभा चुनावों में मुद्दा

इसी कोशिश में उनकी नाव डूब गई और वे पानी में गिर गए. उन्होंने बताया कि इनमें से एक गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल मुछआरे को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.

भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "हम इस दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु पर स्तब्ध हैं और पीड़ा में हैं. कोलंबो में हमारे उच्चायुक्त भी इस मामले को श्रीलंका की सरकार के सामने उठाएंगे."

83 भारतीय मछुआरे हैं हिरासत में

इस घटना ने एक बार फिर दोनों देशों के बीच एक पुरानी समस्या रेखांकित की है. श्रीलंका की नौसेना अक्सर भारत के मछुआरों को श्रीलंकी की समुद्री सीमा के अंदर मछलियां पकड़ने के आरोप में पकड़ लेती है और उनकी नावें जब्त कर लेती है.

समुद्र निगल रहा मछुआरों की जिंदगी और कारोबार

केंद्र सरकार ने बजट सत्र के दौरान संसद में जानकारी दी कि इस समय 83 भारतीय मछुआरे श्रीलंका की हिरासत में हैं, 4 सजा काट रहे हैं. साथ ही 169 भारतीय नावें श्रीलंका के कब्जे में हैं.