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क्यों लगा चीन में पासपोर्ट रिन्यू कराने वालों का तांता

९ जनवरी २०२३

तीन साल बाद जैसे ही चीन ने विदेश यात्राओं पर लगे प्रतिबंधों में ढील दी, पासपोर्ट बनवाने और उन्हें अपडेट कराने वालों का तांता लग गया. सोमवार को देशभर के इमिग्रेशन दफ्तरों के बाहर भारी भीड़ देखी गई.

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चीन में यात्रा प्रतिबंध हट रहे हैं
चीन में यात्रा प्रतिबंध हट रहे हैंतस्वीर: Frank Rumpenhorst/dpa/picture alliance

चीन ने रविवार को ही कोविड के कारण यात्राओं पर लगे प्रतिबंधों में ढील दी थी. ये प्रतिबंध तीन साल से जारी थे. अपनी ‘जीरो-कोविड' नीति को चीन धीरे-धीरे हटाता जा रहा है. पिछले महीने से शुरू हुए इन बदलावों के तहत ही रविवार को यात्राओं पर लगा प्रतिबंध हटाया गया.

चीन की राजधानी बीजिंग में अपना पासपोर्ट रिन्यू कराने के लिए करीब सौ लोग लाइन में लगे थे. इन्हीं में 67 साल यांग जियागुओ थे जो एक सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं. उन्होंने कहा कि वह अपनी बेटी से मिलने अमेरिका जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, "उसने पिछले साल ही शादी की थी लेकिन शादी समारोह को टाल दिया था क्योंकि हम उसमें नहीं जा सकते थे. बहुत खुशी है कि अब हम वहां जा सकते हैं.”

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बीजिंग के रहने वाले 61 वर्षीय माइकल हैरल्ड रविवार को वॉरसॉ से वहां पहुंचे. दिसंबर में क्रिसमस मनाने पोलैंड गए हैरल्ड ने कहा, "बड़ी राहत है कि चीजें सामान्य हो गई हैं. बस चीन आओ. हवाई जहाज से उतरो, टैक्सी लो और घर जाओ.” नियम ना बदलते तो हैरल्ड को कई दिन तक क्वॉरंटीन में रहना होता और कई चरणों में टेस्ट कराने होते.

सार्वजनिक टीवी चैनल सीसीटीवी ने रविवार को खबर दी थी कि दक्षिण कोरिया से चीन की उड़ानों की टिकट पूरी तरह बिक चुकी थीं. इस रिपोर्ट को चीनी सोशल मीडिया साइट वाइबो पर सबसे ज्यादा पढ़ा गया था.  वेबसाइट ‘फ्लाइट मास्टर' के आंकड़ों के मुताबिक चीन से रविवार को 245 उड़ानें आई-गईं. 2019 में इसी दिन कुल उड़ानों की संख्या 2,546 थी.

चीन में हर ओर उत्साह

सरकारी नीति में इस बदलाव का असर सोमवार को शेयर बाजारों में भी दिखाई दिया. निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि देश को फिर से खोलने से 17 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था में फिर से जान आ सकती है, जो इस वक्त दशकों की सबसे धीमी विकास दर से जूझ रही है.

माना जा रहा है कि क्वॉरंटीन जैसी अनिवार्यताएं खत्म करने से विदेश यात्रा करने वालों की संख्या में भारी इजाफा होगा. अब तक नियम यह था कि विदेश से लौटने वालों को लंबे क्वॉरंटीन से गुजरना होता था. अब उन्हें ऐसा नहीं करना होगा.

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हालांकि यह समस्या है कि उड़ानों की कमी है और कई देश चीन से आने वाले यात्रियों को लेकर सख्ती बरत रहे हैं. भारत, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड टेस्ट जरूरी कर दिए हैं. चीन में भी देश छोड़ने से पहले कोविड टेस्ट कराना जरूरी है.

बढ़ते कोविड से चिंता

चीन में कोविड के मामलों में तेजी आई है. वहां के अधिकारी लगातार कह रहे हैं संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन वे इसे ज्यादा तूल नहीं दे रहे हैं. रविवार को कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार पीपल्स डेली ने संपादकीय में सरकार की कोविड नीति की तारीफ करते हुए लिखा, "जिंदगी फिर से आगे बढ़ रही है. आज वायरस कमजोर है और हम ज्यादा मजबूत हैं.”

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8 जनवरी को ही चीन ने आंकड़ा दिया था कि कोविड से उसके यहां 5,272 मौतें हुई हैं जब दुनिया में किसी एक देश में सबसे कम मौतों में से एक है. हालांकि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि चीन सही आंकड़े नहीं दे रहा है और मौतों की संख्या कहीं ज्यादा है. कई अंतरराष्ट्रीय वायरस विशेषज्ञों ने अनुमान जाहिर किया है कि जिस तरह संक्रमण फैल रहा है उसे देखते हुए इस साल दस लाख तक लोगों की मौत हो सकती है.

वीके/एमजे (रॉयटर्स, एएफपी)