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48 साल के क्रो फिर खेलेंगे क्रिकेट

Priya Esselborn२० मई २०११

न्यूजीलैंड के शानदार बल्लेबाज मार्टिन क्रो 48 साल की उम्र में दोबारा क्रिकेट के मैदान में उतरने को बेकरार हैं. वह 16 साल पहले संन्यास ले चुके हैं. उन्होंने कहा कि आप मुझे पागल कहें लेकिन मैं फिर से पैड बांधना चाहता हूं.

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हालांकि क्रो ने साफ किया कि अभी वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं, बल्कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में लौटना चाहते हैं. इस बीच ऑकलैंड क्रिकेट एसोसिएशन ने कहा है कि वह क्रो की बात को गंभीरता से ले रहा है. उन्हें न्यूजीलैंड क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा बल्लेबाज माना जाता है.

क्रो ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा कि वह चाहते हैं उनमें फिट होने का जज्बा भरे और वह क्रिकेट ग्राउंड पर लौट जाएं. वह अपने आंकड़ों को सुधारना चाहते हैं और कुछ अधूरे कामों को पूरा करना चाहते हैं.

उन्होंने कहा, "आप चाहें तो मुझे पागल कहें लेकिन मुझे फिर से पैड बांधने का मन कर रहा है, हेडबैंड लगाने का मन कर रहा है और गार्ड लेने का मन कर रहा है. क्या ऑकलैंड मेरे नाम पर विचार करेगा."

उन्होंने लिखा कि उनके सामने 48 साल की उम्र में फिट होने की चुनौती है. उन्होंने लिखा कि सिर्फ तीन प्रथम श्रेणी का मैच खेल कर उनके मैचों की संख्या 250 हो जाएगी. उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगभग 20,000 रन भी बनाए हैं. उन्होंने ट्वीट किया, "मुझे लगता है कि मजा आएगा. ऑकलैंड आप क्या चाहते हो."

ऑकलैंड को कोच पॉल स्ट्रैंग का कहना है कि उम्र कोई बाधा नहीं बनती है. उन्होंने कहा, "अगर वह गंभीर हैं, तो उन्हें क्लब क्रिकेट से लेकर उससे आगे तक के लिए फिट होना होगा. उसके बाद इस बात में शक नहीं होगा कि उनमें टैलेंट है." स्ट्रैंग ने कहा कि उन्हें क्रो की क्षमता में कोई शक नहीं लेकिन सबसे बड़ी चुनौती आज के क्रिकेट के मुताबिक फिटनेस हासिल करना है. यह बहुत मुश्किल काम है.

क्रो ने 77 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 17 शतक की मदद से 5444 रन बनाए हैं. उन्होंने 143 वनडे में 4704 रन बनाए हैं और 1992 वर्ल्ड कप में वह सबसे बड़े स्टार बल्लेबाज समझे जाते थे. उस वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड सेमीफाइनल तक पहुंचा था. लेकिन लगातार घुटने की चोट की वजह से 1995 में उन्होंने संन्यास ले लिया.

इसके बाद से उन्होंने क्रिकेट कमेंटेटर से लेकर न्यूजीलैंड टीम के बल्लेबाजी कोच तक की भूमिका निभाई. 2008 में वह आईपीएल की बैंगलोर टीम के कोच बने.

उन्होंने अपनी योजना के बारे में बताया है कि उनके घुटने की चोट पिछले दिनों हुए ऑपरेशन के बाद पूरी तरह ठीक हो गई है और वह फिट रहने के लिए क्रिकेट खेलना चाहते हैं. उन्होंने साफ किया है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी नहीं चाहते. अगर ऐसा होता तो वह हॉलीवुड फिल्म के विषय भी बन सकते थे. उनके चचेरे भाई रसेल क्रो हॉलीवुड में ख्याति प्राप्त निर्देशक हैं और ऑस्कर भी जीत चुके हैं.

उन्होंने कहा कि यह 48 साल के एक शख्स की कोशिश है कि क्या वह मॉर्डन क्रिकेट में खेल सकता है और अगर वह कामयाब रहा तो किस स्तर तक जा सकता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः एस गौड़

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