सुपर कंप्यूटर ने दी इंसानों को पटखनी
१७ फ़रवरी २०११कंप्यूटर और मानव का मुकाबला हमेशा दिलचस्प होता है क्योंकि ऐसे मुकाबलों में लोग अपनी क्षमता आंकने की कोशिश करते हैं. लेकिन जियोपार्डी में वाटसन ने अपने मानव विरोधियों के लिए कोई अवसर नहीं छोड़ा.
अमेरिकी क्विज शो जियोपार्डी का यह मुकाबला दो दिनों के लिए रखा गया था. आमने सामने थे एक ओर जियोपार्डी के दो चैंपियन केन जेनिंग्स और ब्रैड रटरर तो दूसरी ओर आईबीएम का सुपर कंप्यूटर वाटसन. वाटसन अपने मानव विरोधियों से कहीं आगे रहा.
जियोपार्डी में सिर्फ जानकारियों वाले सवाल नहीं पूछे जाते बल्कि उनसे सोचने वाले सवाल भी पूछे जाते हैं. क्विज मास्टर संकेत देता है और उम्मीदवारों को सही सवाल का पता लगाना होता है. अब तक माना जाता था कि कंप्यूटर मनुष्य के सहज ज्ञान और बुद्धिमता के सामने बौना है. लेकिन वाटसन ने साबित कर दिया कि अब ऐसा नहीं है.
इस जीत के साथ वाटसन को 10 लाख डॉलर मिले हैं जिसे आईबीएम परमार्थ संस्थाओं वर्ल्ड विजन और वर्ल्ड कम्युनिटी ग्रिड को दान कर देगा. कंप्यूटर को चुनौती देने के लिए जेनिंग्स को 3 लाख और रटरर को 2 लाख डॉलर मिले हैं. वे दोनों भी अपनी जीत की आधी रकम परमार्थ संस्थाओं को दान देंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एन रंजन