चीन ने बनाया सबसे तेज सुपर कंप्यूटर
२९ अक्टूबर २०१०चीन की हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटर 100 लिस्ट के मुताबिक तिआन्हे-1A दुनिया का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर है. एक सेंकेड में यह 2.51 क्वाड्रिलियन यानी 25 लाख अरब से ज्यादा की गणनाएं कर सकता है. इससे पहले जून में जारी की कई अंतरराष्ट्रीय लिस्ट में इसे सातवें स्थान पर रखा गया था. तब तिआन्हे-1A की स्पीड 1.76 क्वाड्रिलियन बताई गई थी.
लेकिन अब चीन ने दावा किया है कि उसके सुपर कंप्यूटर की रफ्तार करीबन दोगुनी कर दी गई है. इसके बाद तिआन्हे-1A दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर बन गया है.
इस कंप्यूटर को चीन के उत्तरी शहर तिआजिन की नेशलन डिफेंस यूनीवर्सिटी में रखा गया है. संस्थान के प्रमुख लिउ गुआग्मिंग ने कहा, ''अब वैज्ञानिक शोध के लिए एक ऐसा सिस्टम मिल चुका है जो अनंत तक गणनाएं कर सकता है. हम नतीजों से और भी ज्यादा संतुष्ट हो ही नहीं सकते हैं.''
चीन ने अपने सुपर कंप्यूटर का सरकारी विभागों में परीक्षण भी शुरू कर दिया है. चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक मौसम विभाग और राष्ट्रीय तेल खनन विभाग सुपर कंप्यूटर की मदद लेने लगे हैं. लिउ कहते हैं, ''पशु विज्ञान के क्षेत्र में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. बायो मेडिकल के क्षेत्र में भी यह मददगार साबित होगा.''
सुपर कंप्यूटर का असली इस्तेमाल उच्च कोटि के हथियार बनाने में भी होता है. मिसाइल, परमाणु बम और अन्य तरह के हथियारों की पूरी समीक्षा, डिजाइनिंग सुपर कंप्यूटर आसानी से कर लेता है. इसके जरिए पता लगाया जाता है कि तापमान में एक डिग्री का फर्क आने पर मिसाइल के व्यवहार में क्या फर्क पड़ेगा. वायुदाब कम होने पर करोड़ों चीजें कैसे व्यवहार करेंगी. शोध की उच्च आयाम को छूने के लिए सुपर कंप्यूटर की मदद ली जाती है.
सुपर कंप्यूटर को लेकर दुनिया के कई बड़े देशों में नाक की लड़ाई चलती है. माना जाता है कि जिस देश के पास सबसे तेज कंप्यूटर होता है वह अन्य से तकनीक के मामले में जरा आगे निकल सकता है. चीन ने तिआन्ह-1A का दावा पेश के ऐसे ही कुछ समीकरण तैयार कर लिए हैं. मीडिया रिपोर्टों के बाद कहा जा रहा है कि अगले महीने सुपर कंप्यूटरों की ग्लोबल लिस्ट में तिआन्हे-1A ही सबसे ऊपर होगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा एम