साफ ऊर्जा और हवाई सुरक्षा
२० फ़रवरी २०१४फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट के पास विंड पार्क की योजना बना रहे ऑलिवर बीबर यहां चार पवन चक्कियां लगाना चाहते हैं. लेकिन फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट का एयर ट्रैफिक कंट्रोल उनकी योजना का विरोध कर रहा है. यह दुनिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में है, जहां से रोजाना करीब 1,400 विमानों का आना जाना होता है.
जर्मनी के एयर ट्रैफिक कंट्रोल के प्रवक्ता आक्सेल राब का कहना है, "ऐसा होता है कि जब भी कोई विमान अपना सामान्य रास्ता छोड़कर लैंडिंग के लिए नीचे उतरता है, यानी एयरपोर्ट के पास जहां यातायात बहुत है, तो हो सकता है कि विमान किसी चीज़ से टकरा जाए. यह हम नहीं चाहते."
पवन चक्कियां सिग्नल को प्रतिबिंबित यानी रिफ्लेक्ट करती हैं और हवाई जहाजों को गलत सिग्नल जा सकता है. इसलिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल की इमारतों के आस पास सुरक्षा क्षेत्र बनाया जाता है जहां पवन चक्कियां या ऊंची इमारतें न हों. हालांकि ऑलिवर बीबर का कहना है, "हम यह समझ नहीं सकते और तकनीकी तौर पर भी यह तर्क साफ नहीं है."
जर्मनी में विमानों के उड़ान की निगरानी रखने वाली संस्था का कहना है कि ऐसा नहीं है कि हर पवन चक्की से सिग्नल बिगड़ जाएंगे, लेकिन इसका खतरा जरूर रहता है. यानी एयरपोर्ट के पास खाली जगह होने के बावजूद वहां पवन चक्कियां नहीं लगाई जा सकती हैं. अब रिसर्चरों की कोशिश है कि इसे दुरुस्त किया जाए. जर्मनी की मशहूर फ्राउनहोफर इंस्टीट्यूट के रिसर्चर श्टेफान हावलिच्का का कहना है, "पवन चक्कियों के पंखे घूमते भी हैं, रोटर घूमते हैं. और यह हवा की दिशा के हिसाब से बदलते हैं. इस वजह से सिग्नल पर इनका असर अलग अलग होता है. इसलिए इनसे जर्मन विमान सुरक्षा को दिक्कत हो रही है."
हो सकता है कि आने वाले दिनों में इस समस्या को ठीक कर लिया जाए.
एजेए/एएम