मंथन 62 में खास
१४ नवम्बर २०१३यह नेटवर्क विकसित किया गया है पश्चिम जर्मनी के एक छोटे से गांव ब्लाईआल्फ में. यहां घरों और दुकानों की छतों पर सोलर पैनल लगे हैं और मैदानों में पवन चक्कियां हैं. इसके कारण यहां जरूरत से ज्यादा बिजली पैदा हो रही है. किसी जमाने में तो यहां चारे से भी बिजली बनाई जाती थी. आज यहां के किसान अतिरिक्त ऊर्जा से मुनाफा कमाना चाहते हैं. अब वे ऊर्जा बेचने में व्यस्त रहते हैं.
मक्के को यहां बायोगैस प्लांट में डाला जाता है. इससे 800 घरों को बिजली मिलती है. बिजली कंपनी आरडब्ल्यूई के विशेषज्ञ ने इसे ऐसे ही तैयार किया है कि जरूरत पूरी होने पर जेनरेटर अपने आप बंद हो जाता है. यह इंटेलिजेंट बिजली नेटवर्क खुद अपना नियंत्रण कर लेता है. ऊर्जा के पैदावार पर ध्यान देना जरूरी है, नहीं तो नेटवर्क ज्यादा बिजली की वजह से खराब हो सकता है.
आरडब्ल्यूई के इंजीनियर टॉर्स्टेन हामरश्मिट बताते हैं, "पूरी प्रक्रिया को दक्ष करने के लिए नेटवर्क पर सही सीमा तक बिजली बचाने और इस्तेमाल करने के लिए हमने बायोगैस प्लांट के बगल में ऊर्जा बचाने की एक जगह बनाई है, जहां हम बायोगैस को बचा कर रख सकते हैं ताकि इससे किसी भी वक्त ऊर्जा बनाई जा सके." तकनीकी रचनात्मकता ने बिजली बचाने के नए तरीकों पर कैसे चार चांद लगा दिए हैं, जानिए मंथन के इस अंक में.
खूबसूरत डोमिनिकन रिपब्लिक
लातिन अमेरिका के छोटा से देश डोमिनिकन रिपब्लिक की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से टूरिज्म पर निर्भर है. करीब एक करोड़ की आबादी वाले इस देश की राजधानी सांतो दोमिंगो भीड़ भाड़, ट्रैफिक और प्रदूषण से जूझ रही है. देश में कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन की मात्रा बढ़ती जा रही है. इसे बदलने के लिए सरकार एक खास प्रॉजेक्ट पर निर्भर है. देश की सबसे बड़ी सीमेंट फैक्ट्री सेमेक्स में सीमेंट बनाने के लिए तेल की जगह टायरों को जलाया जाता है. पर्यावरण को बचाने के लिए यहां काफी कुछ हो रहा है. देश में कई खूबसूरत बीच और रिजॉर्ट भी हैं और इन दिनों इनकी खूबसूरती बढ़ाने के लिए केंचुओं का इस्तेमाल किया जा रहा है. केंचुओं को हम बेकार समझते है, लेकिन ये रसोई में बचे खुचे खाने को प्राकृतिक तरीके से गलाते हैं और बहुत अच्छी खाद पैदा करते हैं. इसका इस्तेमाल डोमिनिकन रिपब्लिक के पुंता काना में हो रहा है. इस खाद को गॉल्फ कोर्स में डाला जाता है, जिससे वे और हरे भरे हो जाते हैं.
स्कूल में कॉमिक्स
माता-पिता अक्सर बच्चों को कॉमिक्स से दूर रखने की कोशिश करते हैं. लेकिन जर्मनी के एक स्कूल में कॉमिक्स पढ़ाई जा रही है और बच्चे इनका लुत्फ उठा रहे हैं. कार्टूनिस्ट ओत्सी बच्चों को जलवायु संरक्षण के बारे में बताना चाहते हैं. कॉमिक्स के जरिए वह बताते हैं कि पर्यावरण को बचाने के लिए बच्चे अपने स्तर पर क्या कर सकते हैं. बच्चे कॉमिक्स पढ़ कर सीखते हैं कि उन्हें बिजली बर्बाद करने से कैसे बचना है या फिर धरती का तापमान कैसे बढ़ रहा है. कॉमिक्स की इस अनोखी पढ़ाई और यूरोप में कैसे होती हैं ट्रेकिंग की ट्रेनिंग, यह जानने के लिए देखना ना भूलें मंथन शनिवार सुबह 10.30 बजे डीडी नेशनल पर.
आईबी/एनआर