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अफगान लोगों को मारने वाले अमेरिकी पर आरोप दर्ज

२४ मार्च २०१२

अफगानिस्तान के एक गांव में गोलीबारी करने और वहां 17 लोगों को मारने के आरोप में अमेरिकी सैनिक रॉबर्ट बेल्स पर आरोप दर्ज किए गए हैं. अफगान राष्ट्रपति ने देश की जनता के लिए इंसाफ मांगा.

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तस्वीर: AP

स्टाफ सार्जेंट रॉबर्ट बेल्स पर हिंसा और हत्या की कोशिश से जुड़े छह और आरोप लगा दिए गए हैं लेकिन मामले की सुनवाई कब तक शुरु होगी इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. मुमकिन है कि बेल्स को कटघरे में खड़ा देखने के लिए लोगों को दो साल तक इंतजार करना पड़े. अफगानिस्तान में इस घटना को युद्ध अपराध के तौर पर देखा जा रहा है और हो सकता है कि इससे अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच संबंधों में और तनाव पैदा हो.

अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "हमें जल्द से जल्द इन्साफ चाहिए." अमेरिकी सेना ने कहा है कि इस तरह के अपराध में, जहां मुल्जिम ने पहले से ही लोगों को मारने की योजना बनाई हो, उसमें दोषियों को सेना से निकाल दिया जाता है, उनका पद भी उनसे वापस ले लिया जाता है, उन्हें तन्ख्वाह नहीं दी जाती है और उन्हें मौत की सजा भी हो सकती है. 38 साल के बेल्स को इस वक्त अमेरिकी राज्य कांसस के फोर्ट लीवनवर्थ में रखा गया है. अमेरिकी सेना के एक प्रवक्ता ने कहा है कि मामले की सुनवाई अमेरिका में ही होगी, हालांकि अफगानिस्तान में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों की मांग है कि सुनवाई उनके देश में हो.

11 मार्च की रात को बेल्स कंदहार प्रांत में अपनी बैरक से बाहर निकला और पास के दो गावों में 17 लोगों को गोलियों से भून दिया. वापस अपनी बैरक में जाने से पहले बेल्स ने कुछ लाशें जला भी दी और फिर अपने को सैनिकों के हवाले कर दिया. इस हादसे से अफगानिस्तान में नाटो को लेकर अविश्वास बढ़ गया है. उससे पहले फरवरी में कुरान के जलाने को लेकर अफगानिस्तान में नाटो सैनिकों के खिलाफ जनता बहुत ही गुस्से में आ गई.

अब अमेरिकी अदालत फैसला करेगी कि बेल्स पर सैन्य कार्रवाई की जाएगी या नहीं. उसके वकील, जॉन हेनरी ब्राउन का कहना है कि बेल्स की याददाश्त कमजोर हो गई है और सुनवाई में इसका ध्यान रखा जाएगा. बेल्स को पिछले दिसंबर अफगानिस्तान भेजा गया. उससे पहले उसे इराक में तैनात किया गया जहां एक सड़क दुर्घटना में उसके सर में गहरी चोट आई. अमेरिकी मीडिया में भी पिछले सालों में बेल्स के बारे में खबरे आईं हैं.

अदालत में दिए गए दस्तावेजों में 1998 की एक घटना के बारे में कहा गया है जिसमें वह फ्लोरिडा में शराब का नशा करता हुआ देखा जा सकता है. 2002 में उसने एक कसीनो में दंगा उकसाया और 2008 में भी वह एक झगड़े में उलझा पाया गया. अफगानिस्तान में गोलीबारी के सिलसिले में बेल्स और उसके नशे की बाते सामने आ रही हैं. बेल्स के वकील का कहना है कि गोलियां चलाने से पहले बेल्स ने शराब पी थी, लेकिन इसकी मात्रा बहुत कम थी. बेल्स और उसकी पत्नी के बीच भी अनबन होने की बाते हैं. 2003 में भी जालसाजी के मामले में बेल्स को दोषी पाया गया. जुर्माने के तौर पर उसे करीब एक करोड़ 15 लाख डॉलर चुकाने है.

रिपोर्टः रॉयटर्स, एएफपी/एमजी

संपादनः एन रंजन

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