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हैर्था बर्लिन का बांकपन

२१ अगस्त २००९

बर्लिन का क्लब हैर्था बुंडेसलीगा के सबसे पुराने क्लबों में से एक है, लेकिन 1892 में स्थापित इस क्लब को जर्मन विभाजन से सबसे अधिक नुकसान हुआ था, वह पश्चिम बर्लिन के दायरे में सिमटकर रह गया था.

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डिफ़ेंस का खिलाड़ी आर्ने फ़्रीडरिषतस्वीर: picture-alliance/ dpa

1930 और 1931 में लगातार दो बार बुंडेसलीगा चैंपियन बनने के बाद वह तीसरी बार इस सेहरे के लिए आज तक तरस रहा है.

जर्मन एकीकरण के बाद इस क्लब में नई जान आई है. इस समय उसके 16 हज़ार सदस्य हैं. बर्लिन का ओलंपिक स्टेडियम इस क्लब का घर है, जिसमें 74 हज़ार दर्शकों के बैठने की जगह है.

जून, 2007 से स्विटज़रलैंड के लुसिएन फ़ावरे क्लब के कोच हैं. उनका अनुबंध सन 2011 तक के लिए है. पिछले दशक में क्लब को सफलता दिलाने वाले मैनेजर डीटर होएनेस इस साल क्लब को अलविदा कह चुके हैं. जहां तक खिलाड़ियों का सवाल है, तो पिछले साल जादुई करामात दिखाने वाले क्लब होफ़ेनहाइम से क्रिस्टोफ़ यांकर को लाया गया है.

पिछले सत्र में हाफ़टाइम के बाद हैर्था बुंडेसलीगा तालिका में तीसरे स्थान पर था. उसके बाद बायर्न म्युंचेन और बायर लेवरकूज़ेन को हराकर वह कई बार तालिका में पहला स्थान प्राप्त कर सका. लेकिन लगातार तीन मैचों में हार के बाद अंततः चौथे स्थान से ही संतोष करना पड़ा.

बहरहाल, सत्र के लिए तय किया गया अपना लक्ष्य वह हासिल कर सका, और उसे उएफ़ा यूरोप लीग के मैचों में भाग लेने का मौक़ा मिला. इस सत्र में दो खेलों के बाद तीन अंकों के सात वह आठवें स्थान पर है.

लेखक: उज्ज्वल भट्टाचार्य

संपादन: एस जोशी