हीरे से हारी दुनिया
ऐश्वर्य और विलासिता का प्रतीक हीरा. भारत का कोहिनूर दुनिया भर में मशहूर हीरा है. हीरा कार्बन है और दुनिया का सबसे कठोर खनिज.
पुरानी दीवानगी
भारत में हीरा काफी लंबे समय से पसंदीदा रत्न रहा है. मशहूर हीरा कोहीनूर (तस्वीर में) दुनिया को भारत की ही देन है.दक्षिण भारत की कृष्णा और गोदावरी नदियों के किनारे हीरे की खदानें थी.
ऐश्वर्य की निशानी
हीरे हमेशा से राजा महाराजोँ के मुकुटों और सिंहासन में लगाए जाते रहे. लेकिन इन्हें खोजने वाले मजदूर हमेशा अंधेरों से भरी जिंदगी जीते रहे. आज भी हीरों की चमक का एक कतरा भी इन तक नहीं पहुंचता.
मिलने में आसानी
पहले ही तुलना में आजकल हीरा काफी आराम से मिल जाता है, लेकिन किसी जमाने में फ्रांस ने प्रतिबंध लगा दिया था कि राजा ही हीरों का इस्तेमाल कर सकता है.
हीरा है हीरा
असली हीरा तो पत्थरों और चट्टानों के बीच खदानों से मिलता है लेकिन नकली हीरों की खेती की जाती है.
हीरों का ग्रह
वैज्ञानिकों ने हीरों वाला एक ग्रह भी ढूंढ निकाला है जो धरती से 10 खरब प्रकाश वर्ष दूर है.
कार्बन
कार्बन से पेट्रोलियम, कोयला, ग्रेफाइट तो बनता ही है, इसी से हीरे जैसा कीमती रत्न भी बनता है.
मजदूरी चवन्नी
हीरों का बाजार चाहे कितना ही फायदा देता हो लेकिन जो हीरे निकालते हैं उनके हालात बहुत बुरे होते हैं. अक्सर बच्चों को पत्थर तोड़ने में लगा दिया जाता. पत्थरों की धूल से सिलिकोसिस जैसी बीमारियां हो जाती हैं.
खूनी हीरे
अफ्रीका के सियेरा लियोन में गृहयुद्ध के लिए हीरों को ही जिम्मेदार माना जाता है. खूनी हीरों के मामले में लाइबेरिया के पूर्व राष्ट्रपति चार्ल्स टेलर और मशहूर मॉडल नाओमी कैंपबेल को भी गवाही देनी पड़ी थी.
कैंसर के लिए
गहनों में तो हीरा इस्तेमाल होता ही है. एक नई तकनीक में डॉक्टरों ने कैंसर के इलाज के लिए नैनो हीरा को शरीर में डाले जाने का प्रस्ताव रखा है.