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हिंसा में डूबे सीरिया में शांति दूत ब्राहिमी

१० सितम्बर २०१२

सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत लखदर ब्राहिमी मिस्र में हैं. वह सीरिया संकट के हल के लिए अरब लीग के प्रमुख नबील अल अरबी से मिल रहे हैं. ब्राहिमी पहली बार इस इलाके में हैं.

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तस्वीर: Reuters

बातचीत काहिरा में चल रही है. ब्राहिमी संयुक्त राष्ट्र के दूसरे विशेष दूत हैं. उन्हें सीरिया संकट में मध्यस्थता करने के लिए रखा गया है. वह सीरियाई विपक्ष के नेताओं और मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी से भी मिलेंगे. ब्राहिमी के प्रवक्ता ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल दमिश्क भी जाएगा लेकिन इसकी कोई तारीख नहीं दी गई है. अमेरिका और रूस के बीच सीरिया मामले पर मतभेद ब्राहिमी के अभियान की सबसे मुश्किल चुनौती हैं.

उधर ईरान ने कहा है कि वह मिस्र, सऊदी अरब और तुर्की की बातचीत में शामिल होना चाहता है. ईरान के उप विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दोल्लाहियन मिस्र रवाना हो गए हैं. यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रामिन मेहमानपरस्त ने दी. इस खबर की पुष्टि मिस्र के अधिकारियों ने अभी कर दी है. यह सीरिया संकट पर क्षेत्रीय कॉन्टेक्ट ग्रुप की पहली बैठक होगी.

संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार मामलों कि उच्चायुक्त नवी पिल्लई ने कहा कि सीरिया में हिंसा और मानवाधिकार हनन के जिम्मेदार दोनों पक्ष हैं. जेनेवा में 47 सदस्यों वाली मानवाधिकार परिषद को संबोधित करते हुए नवी पिल्लई ने कहा कि सीरियाई सरकार की कार्रवाई के कारण युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध हुए हो सकते हैं. "सरकार के भारी हथियारों के इस्तेमाल से और लोगों से भरी बस्तियों पर हमला करने के कारण कई लोग मारे गए हैं. देश के भीतर और देश से बाहर भी कई लोगों को विस्थापित होना पड़ा है. मैं सरकार विरोधी हिंसा को लेकर भी चिंतित हूं. इनमें हत्या, अवैध मौत की सजा, अत्याचार शामिल हैं."

पिल्लई सीरिया के मामले को अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत में देने की कई बार मांग कर चुकी हैं लेकिन ऐसा करना संयुक्त राष्ट्र की सहमति के बिना नहीं हो सकता.

एएम/एमजी (रॉयटर्स, एएफपी, डीपीए)

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