हाजियों का पहला जत्था रवाना
२० अक्टूबर २००९सवा लाख भारतीय हाजियों में से थोड़े थोड़े मक्का और मदीना के लिए रवाना होने लगे हैं. अगले महीने के आख़िर में हज है और भारत सरकार की ओर से उन्हें भेजा जाने लगा है. भारत सरकार ने बताया कि 2009 के हज के कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं और एक जनवरी 2010 तक चलेंगे. भारत सरकार हाजियों के लिए ख़ास सब्सिडी मुहैया कराती है.
हजयात्रियों को सऊदी अरब के लिए 16000 रुपये किराया देना पड़ रहा है, जबकि बाक़ी का हिस्सा सरकार सह रही है. भारत सरकार ने हज यात्रियों की सुविधा के लिए पर्याप्त प्रबंध करने का दावा किया है. इसमें स्वाइन फ्लू से सुरक्षा और दुर्घटना होने पर मुआवजे की भी व्यवस्था है.
भारत से कुल 1,64,000 हाजी मक्का और मदीना की यात्रा के लिए निकले हैं. इनमें से लगभग 1,15,000 हाजियों को भारत सरकार ने सब्सिडी दी है. बाक़ी के हजयात्री निजी ऑपरेटरों के साथ जा रहे हैं.
200 हज यात्रियों के पहले जत्थे को हवाई अड्डे से रवाना करते हुए विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा कि हाजियों को देश में अपने परिजनों से सम्पर्क बनाए रखने के लिए कई जगहों पर कंप्यूटर्स लगाए गए हैं. कृष्णा ने बताया कि यात्रा में पैसा और सामान खो जाने पर दुर्घटना मुआवज़े के तहत मुआवजा दिया जाएगा.
उन्होंने यात्रियों के लिए ख़ास इंतज़ाम पर चर्चा करते हुए बताया कि सऊदी अरब में हमारे डॉक्टरों के दल पूरी तरह तैयार हैं और वे वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगे. यह योजना हज-2004 में शुरू की गई थी. अभी भी यह जारी रहेगी और समय के साथ इसमें विस्तार किया जाएगा.सर
हजयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए भारत और सऊदी अरब में बहुत ध्यान दिया जा रहा है. इस साल रांची और बैंगलोर में हज यात्रियों की यात्रा सुविधाजनक बनाने के लिए की दो नए केंद्र बनाए गए हैं. देश के विभिन्न राज्यों से हज यात्री अपना पाक सफ़र सऊदी अरब एयरलाइंस, एयर इंडिया और सऊदी अरब की राष्ट्रीय एयरलाइंस कंपनी से कर रहे हैं.
भारत में विमान मंत्रालय की ओर से हज यात्रियों को ये सुविधाएं दी जा रही हैं. हज यात्रा की देख भाल देश की हज समिति करती है.
रिपोर्टः एजेंसियां/सरिता झा
संपादनः ए जमाल