स्पेन में ट्रेन हादसा
२५ जुलाई २०१३बीते 40 साल में स्पेन की यह सबसे बुरी ट्रेन दुर्घटना है. जांचकर्ता पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हादसा कैसे हुआ. माना जा रहा है कि एक लंबे मोड़ पर ट्रेन की रफ्तार बहुत ज्यादा थी, जिसकी वजह से गाड़ी फिसलते हुए पटरी से उतर गई. रिपोर्टों के मुताबिक हादसे वाली जगह पर ट्रेन निर्धारित गति से दोगुनी रफ्तार पर चल रही थी. देश के पूर्वोत्तर के इलाके सांतियागो दे कोंपोस्तेला में हुए इस हादसे में कम से कम 77 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. 73 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. चार की मौत अस्पताल में हुई.
130 लोग घायल बताए जा रहे हैं, पांच कोमा में हैं. हादसे वाली जगह पर राहत और बचाव का काम चल रहा है. ट्रेन के कुछ कुछ इधर उधर छटके हैं. कुछ हिस्से तो चट्टान से भी टकराए. मौके पर दो बड़ी क्रेनें भेजी गई है.
स्पेन की हाई स्पीड आल्विया ट्रेन मैड्रिड से फेरोल जा रही थी. गाड़ी में 200 से ज्यादा यात्री सवार थे. इनमें से ज्यादातर लोग या तो पर्यटक थे या सांतियागो दे कोम्पोस्तेला में तीर्थ यात्रा करने जा रहे थे. शुरुआती जांच से पता चला है कि ट्रेन 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी और सांतियागो दे कोंपोस्तेला के पास एक मोड़ आया. इस मोड़ पर स्पीड लिमिट 90 किमी प्रति घंटा है. हालांकि जांच कर रहे एक इंजीनियर का कहना है कि केवल रफ्तार ज्यादा होने से ट्रेन पटरी से नहीं उतरती. हादसे की वजह कुछ और भी हो सकती है. ट्रेन को चला रहे दो ड्राइवरों में से एक ने मोबाइल पर बताया, "ट्रेन पटरी से उतर गई है, मैं क्या कर सकता हूं."
ट्रेन के सभी 13 कोच ट्रैक से उतर गए. पीछे लगे इंजिन में आग लग गई और एक डिब्बा 15 मीटर दूर छटक गया. तेज रफ्तार की वजह से डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए. इलाके में रह रहे दो युवक आबेल और इवान ने समाचार एजेंसी डीपीए को बताया, "हमें एक आवाज सुनाई दी, बहुत जोर की आवाज थी, हम नीचे गए और देखा कि ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई थी."
दुर्घटना स्थल के पास सैंकड़ों लाशें पड़ी हुईं थी और राहत कर्मियों ने उन्हें सफेद कपड़ों से ढक दिया है. स्थानीय लोगों ने ट्रेन की खिड़कियों को तोड़ कर यात्रियों को बचाने की कोशिश की. अस्पतालों के बाहर लोग अपना खून देने जुटे हैं. हादसे में बचे लोगों ने साथी यात्रियों की मदद की.
स्पेन के राजा खुआन कार्लोस ने हादसे में मृतकों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई है. पोप फ्रांसिस ने भी लोगों को हिम्मत रखने को कहा है. गालिसिया की स्थानीय सरकार इस साल सेंट जेम्स त्योहार नहीं मनाएगी.
रिपोर्टः एमजी/ओएसजे (एपी, डीपीए)