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सैन्य संबंध मजबूत करने ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री भारत में

६ दिसम्बर २०११

भारत के साथ सैन्य समझौतों को मजबूत करने का लक्ष्य लेकर ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री स्टीफन स्मिथ मंगलवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं. दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत में सहयोग के नए रास्ते तलाशे जाएंगे.

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तस्वीर: AP

भारतीय रक्षा मंत्री एके एंटनी के साथ बातचीत में स्टीफन स्मिथ साझा रणनीतिक और सुरक्षा हितों के साथ ही समुद्री सुरक्षा, हिंद महासागर में सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा करेंगे. ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री मुंबई भी जाएंगे. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में स्टीफन स्मिथ ने कहा है, "मैं भारत जा रहा हूं जहां मैं दिल्ली और मुंबई जाउंगा. मंत्री के रूप में तो यह मेरी चौथी भारत यात्रा है लेकिन रक्षा मंत्री के रूप में पहली. 2009 में सुरक्षा सहयोग पर जो संयुक्त घोषणापत्र जारी हुआ था उसी के आधार पर रक्षा क्षेत्र में सहयोग के लिए आगे बातचीत की जाएगी.

स्मिथ ने कहा है कि इस घोषणापत्र में ऑस्ट्रेलिया और भारत ने इच्छा जताई थी कि दोनों देश क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा को बढ़ावा देने के साथ ही लोकतंत्र के प्रति साझी प्रतिबद्धता, मानवाधिकार और कानून के शासन के लिए काम करेंगे. ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री ने यह भी कहा है कि उनका देश भारत के साथ अपने द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करना चाहता है. ऑस्ट्रेलिया, इंडियन ओशन नेवल सिम्पोसियम, आईओएनएस का सदस्य है. आईओएनएस भारत की पहल है जो हिंद महासागर में नौसेनाओं के बीच सहयोग के लिए शुरू किया गया है. 2014 में इसका एक बड़ा सम्मेलन ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में होना तय हुआ है.

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तस्वीर: UNI

मुंबई में स्टीफन स्मिथ पश्चिमी नौसेना कमांड और विक्टोरिया डॉकयार्ड जाएंगे.

बीते कुछ समय में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रणनीतिक सहयोग बढ़ा है. ऑस्ट्रेलिया की सत्ताधारी लेबर पार्टी भारत को यूरेनियम बेचने पर लगी पाबंदी हटाने पर भी रजामंद हो गई है. उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही दोनों देशों के बीच परमाणु सहयोग पर करार भी होगा. हालांकि क्षेत्रीय स्तर पर दोनों देशों के बीच बढ़ता सहयोग कुछ देशों की आंखों में चुभ रहा है. एक तरफ पाकिस्तान है जिसने सीधे सीधे सवाल उठाया है कि जब भारत को यूरेनियम बेचा जा सकता है तो पाकिस्तान को क्यों नहीं. उधर भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच करीबी रिश्तों को चीन खुद को घेरने की अमेरिकी कोशिश के रूप में देखता है. उसने इसके खिलाफ चेतावनी भी दी है.

ऑस्ट्रेलिया भारत के आर्थिक विकास से खुद को जोड़ना चाहता है और इस लिहाज से उसने रक्षा मामलों के साथ ही दूसरे क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने कि लिए कोशिश शुरू कर दी है.

रिपोर्टः पीटीआई/एन रंजन

संपादनः ओ सिंह

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