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सीरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने दी चेतावनी

१२ अप्रैल २०१८

संयुक्त राष्ट्र ने सीरियाई नागरिकों के खिलाफ कथित रासायनिक हमले के खिलाफ दुनिया को चेतावनी देते हुए कहा है कि इस संकट को जल्द खत्म करने की जरूरत है ताकि स्थिति नियंत्रण के बाहर न हो जाए.

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Syrien Mutmaßlicher Giftgasangriff in Duma
तस्वीर: Reuters/White Helmets

हाल में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि सीरिया में कथित रासायनिक हमलों का जवाब दिया जाएगा. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव अंटोनियो गुटेरेश ने बुधवार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब तक संयुक्त राष्ट्र इस मसले का कूटनीतिक समाधान निकालने में असफल रहा है. उन्होंने कहा कि वह सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों, अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन के राजदूतों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे ताकि स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो. संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया संकट पर बातचीत के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई है. वहीं ब्रिटेन ने भी इस मुद्दे पर आपातकालीन कैबिनेट बैठक बुलाई है.

Syrien Rebellen berichten von Giftgasangriff im Region Ghouta
तस्वीर: Reuters

कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेरिका कथित रासायनिक हमलों के जवाब में कोई बड़ी सैन्य कार्रवाई कर सकता है. एक निगरानी समूह के मुताबिक रूस ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद पर से ये आरोप हटाने की कोशिश की है. इसके तहत राजधानी दमिश्क की इमारतों से असद प्रशासन ने सुरक्षाबलों को हटा दिया है. पिछले दिनों लेबनान में कार्यरत रूस के राजदूत ने एक टीवी चैनल पर कहा था कि अगर अमेरिका मिसाइल हमला करता है, तो उसे खत्म कर दिया जाएगा. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ट्वीट की बौछार कर जवाबी कार्रवाई की बात कही थी.

रूस और अमेरिका का विरोध

रूस और अमेरिका ने अब तक संयुक्त राष्ट्र में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से जांच कराने को लेकर एक-दूसरे के प्रस्तावों के खिलाफ अपने वीटो का इस्तेमाल किया है. हालांकि इस बीच रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि कथित रूप से रासायनिक हमलों का निशाना बनाए गए डूमा पर सीरिया प्रशासन ने अपना झंडा फहरा दिया. इसका मतलब है कि अब यह क्षेत्र सरकार के पूर्व नियंत्रण में आ गया है, जो पहले विद्रोहियों के कब्जे में था.

हालांकि रूसी सेना असद प्रशासन की इस हालिया जीत पर स्वयं की भागीदारी से लगातार इनकार कर रही है, बल्कि वह सिविल डिफेंस संस्था वाइट हेलमेट्स पर इस घटना को नरसंहार का रूप देने के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है.

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स के मुताबिक, "अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप, सीरिया में हुए रासायनिक हमले के लिए सीरियाई प्रशासन और रूस को जिम्मेदार मान रह हैं." रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बारे में कहा, "दुनिया में स्थिति हर दिन अराजक होती जा रही है लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि कॉमनसेंस को जगह मिलेगी और अंतरराष्ट्रीय संबंध एक नए रचनात्मक माहौल की ओर बढ़ेंगे."

वहीं सीरिया का असद प्रशासन, अमेरिका पर विद्रोहियों का साथ देने का आरोप लगाता है. पिछले सात साल से सीरिया में गृहयुद्ध जारी है.

एए/आईबी (एएफपी)