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साधारण है सहवाग की तकनीकः होल्डिंग

११ मार्च २०११

मौजूदा समय में वीरेंद्र सहवाग को दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में शुमार है, पर वेस्ट इंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का कहना है अपने समय में वह सहवाग से मजबूत बल्लेबाजों के खिलाफ गेंदबाजी कर चुके हैं.

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तस्वीर: UNI

तीन दशक पहले माइकल होल्डिंग के नाम से बल्लेबाजों में खौफ पैदा होता था. होल्डिंग के मुताबिक उन दिनों में वह वीरेंद्र सहवाग से ज्यादा धाकड़ बल्लेबाजों के खिलाफ बॉलिंग कर चुके हैं. "मुझे लगता है कि सहवाग से कहीं बेहतर बल्लेबाज उस समय थे. माजिद खान, जावेद मियांदाद, जहीर अब्बास जैसे बल्लेबाज, सहवाग से कहीं अच्छे थे और मैंने उनके खिलाफ गेंदबाजी की है. सहवाग भले ही गेंद को चारों ओर मारते हों लेकिन उनकी तकनीक साधारण ही है."

होल्डिंग के मुताबिक अगर वह सहवाग को गेंद फेंकते तो उन्हें कभी भी ऑफ स्टंप के बाहर जगह नहीं देते. "ऑफ स्टंप के बाहर गेंद मिलने पर सहवाग को बहुत अच्छा लगता है. अगर मैं सहवाग को गेंद डालता तो सहवाग को एक भी गेंद ऑफ स्टंप के बाहर नहीं मिलती. अगर वह सपने में सोचते तो बात अलग है."

Der indische Cricketspieler Virendra Sehwag
'ऑफ स्टंप देना नुकसान का सौदा'तस्वीर: AP

होल्डिंग का कहना है कि सहवाग को ऑफ स्टंप के बाहर जगह देना नुकसान का सौदा है और इसी वजह से वह रन बनाते हैं. "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अगर उन्हें ऑफ स्टंप के बाहर गेंद न फेंकी जाएं तो वह रन नहीं बना पाएंगे. इतना जरूर है कि उन्हें इतनी तेज गति से रन बनाने में मुश्किलें पेश जरूर आएंगी." महान तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने अपने करियर में 60 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 249 बल्लेबाजों को आउट किया जबकि 102 वनडे मैचों में उन्होंने 142 विकेट लिए.

वर्ल्ड कप मैचों पर होल्डिंग ने कहा कि जिस तरह की पिचें तैयार की जा रही हैं उससे बल्लेबाजों को ही फायदा हो रहा है. लेकिन अगर पिच में तेजी हो तो फिर बल्लेबाजों को मुश्किल हो सकती है. होल्डिंग ने अपने दिनों को याद करते हुए बताया कि वह भारत 1983 सीरीज में आ चुके हैं और उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 30 विकेट लिए थे. होल्डिंग वर्ल्ड कप में भारत के जीतने के अवसर को अच्छा मानते हैं लेकिन उनका कहना है कि टीम फायदे में तभी रहेगी जब वह लक्ष्य का पीछा करने उतरे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा एम