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शाहरुख नहीं अरशद बनेंगे जॉली एलएलबी

१२ अप्रैल २०११

अपराधियों के अजब गजब किरदार निभाने वाले अरशद वारसी अब एक वकील की भूमिका में आ रहे हैं. सर्किट और बब्बन जैसी भूमिकाओं के लिए चर्चा में आ चुके वारसी की नई फिल्म है जॉली एलएलबी, जिसमें वह शाहरुख की जगह लेंगे.

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तस्वीर: AP

पिछले साल फंस गए रे ओबामा से मशहूर हुए डायरेक्टर सुभाष कपूर की यह तीसरी फिल्म होगी. जॉली एलएलबी के जरिए वह न्याय व्वयस्था पर कटाक्ष करना चाहते हैं. पहले इस फिल्म में शाहरुख खान को लिए जाने की चर्चा थी, लेकिन बाजी अरशद वारसी मार ले गए हैं.

अरशद क्यों

शाहरुख के बदले वारसी को लेने के पीछे कपूर के पास अपनी वजह है. वह बताते हैं, "अरशद इस रोल में एकदम सही हैं. छोटे कस्बे का एक वकील दिल्ली की अदालतों में अपने लिए जगह तलाश रहा है. अपने पिछले काम से वारसी यह साबित कर चुके हैं कि वह इस तरह की भूमिका को आसानी से कर सकते हैं."

अदालतों की कहानी

जॉली एलएलबी फिल्मकार कपूर के अपने अनुभवों पर आधारित है. सुभाष कपूर एक पत्रकार के तौर पर काम कर चुके हैं, इसलिए उन्हें दिल्ली की अदालतों का खासा अनुभव है. उनका मानना है कि अदालतों की असलियत वैसी नहीं है जैसी फिल्मों में दिखाई जाती है. वह बताते हैं, "जब मैं पत्रकार था तो मुझे अदालतों की कार्रवाई देखने के काफी मौके मिले. वहां हालात बॉलीवुड की फिल्मों से बिल्कुल अलग है."

खराब शुरुआत के बाद

सुभाष कपूर की बॉलीवुड में शुरुआत काफी खराब रही थी. 2007 में आई उनकी पहली फिल्म से सलाम इंडिया को किसी ने पूछा तक नहीं. फिर पिछले साल आई फंस गए रे ओबामा ने खूब सुर्खियां बटोरीं. लेकिन जॉली एलएलबी के बारे में तो कपूर फंस गए रे ओबामा से भी पहले से सोच रहे हैं.

वह बताते हैं, "मैंने यह कहानी 2007 में लिखी थी. लेकिन तब मंदी आ गई और मैं इसके लिए कोई निर्माता नहीं ढूंढ पाया. वहीं से मुझे फंस गए रे ओबामा का आइडिया मिला और वह फिल्म पहले बन गई."

इस तरह जिस फिल्म के लिए कपूर निर्माता खोज नहीं पा रहे थे, अब उसी जॉली एलएलबी के लिए पैसे लगाने वालों की लाइन लगी हुई है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उभ

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