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लीबियाई प्रदर्शनकारियों के साथ है अल कायदा

२४ फ़रवरी २०११

उत्तर अफ्रीका में अल कायदा ने लीबिया के सरकार विरोधियों का समर्थन किया है. देश के पूर्वी इलाकों में गद्दाफी का शासन नियंत्रण खोता नजर आ रहा है. इस बीच प्रदर्शनों में अब तक 1,000 लोगों के मारे जाने की बात कही जा रही है.

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लीबिया में प्रदर्शनकारियों पर हमले हो रहे हैंतस्वीर: dapd

अल कायदा ने लीबिया के नेता मुअम्मर गद्दाफी पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने अफ्रीका से सैनिकों और हवाई जहाजों को किराए पर लेकर विरोध प्रदर्शनकारियों पर हमला कराया. अल कायदा इन द इस्लामिक मगरेब (आकिम) ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों, आलोचकों और पत्रकारों से कहा है कि वे प्रदर्शनकारियों का साथ दें. साइट नाम के खुफिया जानकारी ग्रुप ने गुरुवार को आकिम के एक बयान का हवाला देते हुए कहा, "लीबिया में कायरों द्वारा हमारी जनता और हमारे निहत्थे मुस्लिम भाईयों पर हमले से काफी दुख हुआ है. यह लोग केवल मासूमों की जान लेने वाले गद्दाफी के दबाव, उसके अविश्वास, उसकी ताकत और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा रहे थे."

उधर इटली के विदेश मंत्री फ्रांको फ्रातीनी ने कहा है कि लीबिया में विरोध प्रदर्शनों में मारे गए लोगों की संख्या बढ़ कर 1,000 तक पहुंच गई है और हजारों लोग देश से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं. खबरें हैं कि सेना और किराए पर लिए गए अफ्रीकी सैनिक प्रदर्शनकारियों पर हमला कर रहे हैं.

लीबिया में सरकारी पीपुल्स कमेटी फॉर जनरल सेक्यूरिटी ने गुरुवार को टेलीविजन पर प्रदर्शनकारियों से आत्मसमर्पण करने को कहा और विरोधी नेताओं के बारे में जानकारी देने वाले लोगों को इनाम देने की घोषणा की. बयान में कहा है, "जो अपने हथियार त्यागेगा और इस घटना के लिए अफसोस जताएगा, उस पर कानूनी कार्रवाई नहीं होगी. समिति लोगों से कहती है कि वे सरकार का सहयोग करें और उन लोगों के बारे में जानकारी दें, जिन्होंने युवा को उकसाया और उन्हें पैसे, हथियार, ड्रग्स या नशीली दवाइयां दीं." लीबिया के एक सैन्य अधिकारी ने टेलीविजन पर यह बयान देते हुए कहा कि सरकार की मदद करने वालों को पैसों का इनाम भी दिया जाएगा.

रिपोर्टों के मुताबिक लीबिया के नेता मुअम्मर गद्दाफी देश के पूर्वी हिस्से पर अपना नियंत्रण खो रहे हैं. बेनगाजी के आसपास मिस्र की सरहद के पास वाले इलाके गद्दाफी की पकड़ से छूट रहे हैं. ज्यादातर तेल इन्हीं इलाकों में मिलता है. इस क्षेत्र में सेना भी लीबियाई सरकार के बजाय प्रदर्शनकारियों का साथ दे रही हैं. बेनगाजी और टोब्रुक शहरों में सेना आम जनता के साथ मिलकर शहरों में कानून व्यवस्था बहाल करने की कोशिश कर रही है. बेनगाजी में हजारों लोग सड़कों पर उतरे और उन्होंने गद्दाफी से आजादी की घोषणा करते हुए हरी झंडी लहराई, जो गद्दाफी के सत्ता में आने से पहले लीबिया के शाह का प्रतीक था.

रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी

संपादनः ए कुमार

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