1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

लीबिया पर नाटो के नए हमले, प्रतिबंध सख्त

७ जून २०११

लीबिया के शासक मुअम्मर अल गद्दाफी के ठिकानों पर नए हमलों के बीच यूरोपीय संघ ने लीबिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को और सख्त कर दिया है. उधर स्विट्जरलैंड ने गद्दाफी शासन के 53 करोड़ यूरो की संपत्ति पर रोक लगा दी है.

https://p.dw.com/p/11Vrn
तस्वीर: picture-alliance/dpa

मंगलवार को लीबिया की राजधानी त्रिपोली पर नाटो के ताजा हमले हुए हैं तो यूरोपीय संघ ने लीबिया के छह बंदरगाहों को आर्थिक प्रतिबंधों की सूची में शामिल कर दिया है. यूरोपीय संघ की सरकारों का प्रतिनिधित्व करने वाली यूरोपीय परिषद ने एक बयान में कहा, "परिषद ने देश की स्थिति को देखते हुए संपत्ति जब्त करने के दायरे में लीबिया के छह बंदरगाहों को शामिल करने का फैसला लिया है."

NATO Luftangriffe auf Tripolis Libyen Feuer
तस्वीर: picture alliance/dpa

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब से पश्चिमी सेनाओं ने लीबिया पर मार्च में बमबारी शुरू की है तब से यह सबसे भारी बमबारी का दिन था. नाटो ने त्रिपोली पर अपने हमले में तेजी ला दी है और हर घंटे बमबारी की गति बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को निचली उड़ान भरने वाले नाटो विमानों ने राजधानी के 11 ठिकानों को निशाना बनाया. कुछ बम गद्दाफी के घरों के करीब भी गिरे. सरकारी पक्ष ने इसकी पुष्टि नहीं की है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि बाब अल अजीजिया कंपाउंड में बमबारी के बाद आग लग गई और धुआं निकलता देखा गया.

मंगलवार को 69 साल के हो रहे गद्दाफी का कोई अतापता नहीं है. अप्रैल 30 को इस परिसर पर हुए हमले में उनका बेटा सैफ अल अरब मारा गया. इससे पहले त्रिपोली में चार और धमाके सुने गए जिनमें से तीन बाब अल अजीजिया में हुआ था. नाटो ने सोमवार को ही त्रिपोली पर हमलों में तेजी ला दी और कम से कम 10 ठिकानों पर हमले किए. ब्रिटिश वायु सेना के विमानों ने सोमवार शाम गद्दाफी की सैन्य खुफिया एजेंसी के मुख्यालय को निशाना बनाया.

NATO Luftangriffe auf Tripolis Libyen Verletzte
तस्वीर: AP

इस बीच रूस और चीन ने मध्यस्थता प्रयास शुरू किए हैं. चीन ने कहा है कि लीबिया के विदेश मंत्री अब्दुल अती अल उबैदी बीजिंग का दौरा करेंगे. पिछले सप्ताह बीजिंग ने कहा था कि एक चीनी राजनयिक ने विद्रोहियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है. रूसी दूत भी विद्रोही प्रतिनिधियों से मिले हैं. रूस, जर्मनी और भारत के साथ चीन भी सुरक्षा परिषद में लीबिया पर हुए मतदान में तटस्थ रहा. चीन ने विद्रोहियों के समर्थन में लीबिया पर नाटो के हवाई हमले की नियमित आलोचना की है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: ए जमाल