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लीबिया के मंत्री भागे, अमेरिका ने चेताया

१ अप्रैल २०११

लीबिया में जैसे ही एक मंत्री देश छोड़ कर भागे, वहां विद्रोहियों में खुशी का माहौल छा गया, जो इसे गद्दाफी राज के खत्म होने की निशानी मान रहे हैं. लेकिन अमेरिका ने चेताया है कि अभी गद्दाफी की हार नहीं हुई है.

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तस्वीर: dapd

लीबिया के पूर्व विदेश मंत्री मूसा कूसा देश छोड़ कर भाग गए हैं और ब्रिटेन पहुंच गए हैं. लंदन ने दूसरों को भी ऐसा ही करने की सलाह दी है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा, "गद्दाफी खुद से पूछ रहे होंगे कि अब अगला कौन है, जो उन्हें मना करने वाला है."

कूसा के देश छोड़ने के कुछ ही देर बाद अली अब्दुससलाम त्रेकी ने संयुक्त राष्ट्र में लीबिया के दूत का जिम्मा लेने से इनकार कर दिया. उन्होंने यह फैसला लीबिया में "खून पसरने" की वजह से लिया है. हालांकि अभी यह पता नहीं लग पाया है कि क्या कुछ और लोगों ने भी गद्दाफी का साथ छोड़ा है.

कूसा के देश छोड़ने के बाद लीबिया में विद्रोहियों का उत्साह बढ़ा है, जिन्हें मुअम्मर गद्दाफी की सेनाओं ने फिर से खदेड़ना शुरू कर दिया है. बेनगाजी शहर में विद्रोहियों के प्रवक्ता मुस्तफा गेरयानी ने कहा, "हम देख रहे हैं कि गद्दाफी की सत्ता ढहने जा रही है."

Libyen Luftangriff
लीबिया के खिलाफ कार्रवाईतस्वीर: AP

पश्चिम की सेनाओं ने दो हफ्ते पहले लीबिया में हमले शुरू कर दिए लेकिन इसके बाद भी गद्दाफी की सेना ने अत्याधुनिक हथियारों से विद्रोहियों को कुचलना जारी रखा है. इस बीच खबर है कि अमेरिका लीबिया में कार्रवाई तेज करने की योजना बना चुका है और इसके लिए उसे राष्ट्रपति की मंजूरी भी मिल गई है.

चिंता और उत्साह

बढ़ती कार्रवाई से विद्रोहियों के बीच जरूर उत्साह का माहौल है लेकिन जो लोग पश्चिमी हवाई हमले का विरोध कर रहे हैं, उनकी चिंता जरूर बढ़ी होगी. ऐसे राष्ट्रों का कहना है कि बुनियादी ढांचे पर भी हमले हो रहे हैं, जिससे खासा नुकसान हो रहा है और यह संयुक्त राष्ट्र में पारित प्रस्ताव की परिधि से बाहर है.

अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स का कहना है, "मैं सीआईए की किसी गतिविधि के बारे में आपको नहीं बता सकता लेकिन अमेरिकी सेना के हवाले से आपको बता सकता हूं कि राष्ट्रपति इस बात को लेकर साफ कर चुके हैं कि हमारे थल सैनिक वहां नहीं जाएंगे." अमेरिका की बहुत बड़ी सेना अफगानिस्तान और इराक में तैनात है. ऐसे में वह तीसरी जगह मोर्चा खोलने की स्थिति में नहीं है.

अमेरिकी सेना का कहना है कि गद्दाफी की सेना अभी हारने वाली नहीं है. अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ एडमिरल माइक मुलेन ने कहा, "हमने उनकी सेनाओं को काफी नुकसान पहुंचाया है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनकी सैन्य शक्ति खत्म होने वाली है."

शहरियों पर निशाना

वेटिकन के एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि त्रिपोली के पास गुरुवार को पश्चिमी देशों के हवाई हमले में कम से कम 40 नागरिक मारे गए हैं. नाटो ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है. लीबिया की सरकारी एजेंसी ने भी खबर दी है कि राजधानी के पास पश्चिमी कार्रवाई में एक नागरिक इलाके को निशाना बनाया गया. लगभग डेढ़ महीने से चल रहे संघर्ष में लीबिया में 1,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल

संपादनः ओ सिंह