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रूस भारत को बेचेगा लड़ाकू विमान

१६ दिसम्बर २०११

रूस और भारत ने एक संधि की है जिसके तहत रूस भारत को 42 लड़ाकू विमान देगा, लेकिन विवादास्पद परमाणु बिजली घर पर कोई सहमति नहीं हो पाई. भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रूस के दौरे पर हैं.

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तस्वीर: picture alliance/dpa

शिखर भेंट के लिए रूस गए भारतीय प्रधानमंत्री ने मॉस्को में कहा कि सुखोई एसयू 30 एमकेआई विमानों को भारत में कल-पुर्जे जोड़कर तैयार किया जाएगा और स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक से लैस किया जाएगा. भारत ने 230 एसयू 30 विमानों की आपूर्ति के समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं जिनमें से अधिकांश को भारत में ही जोड़ा जाएगा.

इस बीच भारतीय नौसेना को इस महीने के अंत तक लंबे समय के इंतजार के बाद नेरपा परमाणु शक्ति वाला पनडुब्बी मिल जाएगा. यह पनडुब्बी भारत रूस से 10 साल के लीज पर ले रहा है. सैनिक तकनीकी सहयोग विभाग के प्रमुख मिखाईल दिमित्रिएव ने कहा, "हमारी योजना पनडुब्बी को इस महीने के अंत तक देने की थी और हम इसे पूरा करने के प्रयास करेंगे." एक रूसी सूत्र के अनुसार भारत को यह लीज 90 कोरड़ डॉलर में मिल रही है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

महीनों तक पानी के अंदर रह सकने वाली इस पनडुब्बी को आईएनएस चक्र का नाम दिया जाएगा. दो दशकों में यह पहला मौका होगा जब भारत के पास परमाणु मार वाली पनडुब्बी होगी. अकूला दो प्रकार की पनडुब्बियों पर परमाणु हथियारों से लैस 28 क्रूस मिसाइल लगे हैं जिनकी मारक क्षमता 3000 किलोमीटर है. भारतीय परडुब्बी पर 300 किलोमीटर की मारक क्षमता वाले परमाणु मिसाइल होंगे.

भारत सोवियत काल से ही रूसी हथियारों का प्रमुख ग्राहक रहा है. वह पहले सोवियत संघ से और बाद में रूस से अरबों डॉलर के लड़ाकू विमान, मिसाइल, युद्धपोत और दूसरे हथियार खरीदता रहा है. भारतीय सेना के शस्त्र भंडार में अभी भी रूसी हथियार बड़े पैमाने पर हैं.

Russischer Staatsbesuch in Indien
तस्वीर: AP

लड़ाकू विमानों और पनडुब्बी की सप्लाई पर भले ही समझौता हो गया है, तमिलनाडु के कूडनकुलम में बन रहे परमाणु बिजलीघर को पूरा करने की संधि पर सहमति नहीं बनी है. रूस ने 3 अरब डॉलर वाले बिजलीघर के चार में दो रिएक्टरों को बनाने का आश्वासन दिया है लेकिन सुरक्षा को लेकर स्थानीय निवासियों के विरोध के कारण उसके निर्माण में देरी हो रही है.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेद्वेदेव ने अधिकारियों के साथ मिलकर बातचीत की. मनमोहन सिंह ने कहा कि रूस इस बिजलीघर को बनाने के लिए भारत को कर्ज देगा. रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने भारतीय प्रधानमंत्री के हवाले से कहा है कि इसका इस्तेमाल बिजलीघर के तीसरे और चौथे रिएक्टर को बनाने के लिए किया जाएगा.

रिपोर्ट: एपी, पीटीआई/महेश झा

संपादन: ईशा भाटिया

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