1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

रूस के दबाव में नहीं है अमेरिकाः ओबामा

२० सितम्बर २००९

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिसाइल कार्यक्रम रोकने को बिलकुल सही ठहराया है और यह साफ़ करने की कोशिश की की है कि ऐसा रूस के दबाव में नहीं किया गया है. अमेरिका अब यूरोप में मिसाइल सुरक्षा कवच नहीं लगा रहा है.

https://p.dw.com/p/Jky4
रूसी दबाव में नहीं हैंतस्वीर: AP

रूस के साथ करवट लेते रिश्तों के बीच राष्ट्रपति ओबामा का कहना है कि उनका फ़ैसले रूस से प्रभावित नहीं है और न ही उसके दबाव में लिया गया है. रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव से मुलाक़ात से ठीक पहले ओबामा ने कहा कि अगर इस फ़ैसले से रूस की आशंकाएं कम होती हैं तो यह तो अच्छी बात है. लेकिन साथ ही उनका कहना है, "रूस इस बात को तय नहीं कर सकता कि हमारी रक्षा के लिए क्या सही है. उन्होंने कहा कि ऐसा फ़ैसला लिया गया है जो अमेरिका और इसके यूरोपीय साझीदारों की सुरक्षा के लिए सबसे अच्छा है."

Jahresrückblick 2008 März International Tschechien USA Radaranlage
कई जगहों पर हो रहा है विरोधतस्वीर: picture-alliance/ dpa

बुश प्रशासन ने यूरोपीय देशों पोलैंड और चेक गणराज्य में मिसाइल भेदी सुरक्षा कवच लगाने की योजना तैयार की थी, जिसे ओबामा प्रशासन ने ख़ारिज कर दिया है. इसके बाद से अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी ने ओबामा को आड़े हाथों ले रखा है. समझा जाता है कि ईरान और अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दों पर ताक़तवर रूस को साथ लेकर चलने की मुहिम के तहत ही यह फ़ैसला किया गया है. खुले तौर पर तो यह बात कोई नहीं कह रहा लेकिन दबी ज़ुबान में ख़ुद ओबामा भी कुछ ऐसा ही संकेत देते हैं. उनका कहना है, "अगर रूस की आशंकाएं कम होती हैं और वह ईरान की ओर से किसी संभावित मिसाइल हमले या उसके परमाणु कार्यक्रम पर हमारे साथ चलने को राज़ी हो जाता है, तो यह एक बोनस जैसा होगा."

रूस के प्रधानमंत्री व्लादीमीर पुतिन ने अमेरिका के इस फ़ैसले का स्वागत किया है. सुरक्षा कवच न लगाने का फ़ैसला ऐसे वक्त में आया है, जब इसी महीने राष्ट्रपति ओबामा संयुक्त राष्ट्र महाधिवेशन में रूसी राष्ट्रपति मेदवेदेव से मिलने वाले हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः एस गौड़