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रिएलिटी टीवी शो और बच्चे

२७ जून २०११

टीवी की चकाचौंध दुनिया में हजारों बच्चे रोजाना खोते जा रहे हैं. पल भर में स्टार बनने का ख्वाब भले ही उन्हें टीवी पर ला रहा है. लेकिन यह उनके कीमती समय को भी छीन रहा है.

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तस्वीर: UNI

शाम के पांच बज चुके हैं लेकिन रीमा चक्रवर्ती ने अब तक दोपहर का खाना नहीं खाया है. चमकीला गुलाबी और हरे रंग के पोशाक में 14 साल की रीमा अपने पिता से भूख लगने की बात करती है. वह कहती है कि उसकी तबीयत भी ठीक नहीं लग रही है. कुछ देर पहले ही रीमा की शूटिंग एक गाने के रिएलिटी शो के लिए खत्म हुई है. जल्द ही वह पोशाक बदलकर दूसरे जजों के पैनल और दर्शकों के सामने गाना गाएगी. यह शूटिंग कुछ नहीं 5 से 6 घंटे तक चलेगी.

रिएलिटी शो में खोता बचपन

रीमा जैसे हजारों बच्चे भारत में रिएलिटी टीवी शो को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं. सिंगिंग, डांसिंग और कॉमेडी जैसे शो में बच्चे धड़ल्ले से भाग ले रहे हैं. ये सभी शो टीवी पर प्राइम टाइम पर दिखाए जाते हैं. दर्शक भी इन कार्यक्रमों का खूब मजा लेते हैं. जी टीवी के आशीष गोलवलकर कहते हैं, "बच्चों का रिएलिटी शो सबसे सफल फॉर्मेंटों में से एक हैं. मध्यवर्गीय परिवार में फैसले में लेने में बच्चे भी अहम भूमिका निभाते हैं. और वे इस बात को सुनिश्चित करते हैं कि पूरा परिवार साथ बैठकर इस तरह के शो देखें." पश्चिमी देशों की तरह भारतीय रिएलिटी शो में आम टीवी ड्रामा से कुछ अलग हटकर होता है. आम तौर पर भारतीय टीवी पर सास-बहू का झगड़ा दिखाया जाता है. लेकिन बच्चों के रिएलिटी शो से टीवी पर कुछ अलग देखने वालों के लिए वरदान साबित होता है.

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तस्वीर: Fotolia/Andreas Wolf

कम उम्र में शोहरत पाने का टिकट

रीमा उन 18 बच्चों में से एक है जो जी टीवी के "सा रे गा मा पा लिटिल चैंप" में भाग ले रही है. हर हफ्ते दो प्रतियोगी शो से बाहर हो जाते हैं. रिएलिटी शो जीतने वाले को जी टीवी के साथ करार का मौका दिया जाता है. इसके अलावा संगीत कार्यक्रमों में गाने का भी मौका मिलता है. जी टीवी के टैलेंट मैनेजमेंट डिवीजन के पंकज बगरेचा के मुताबिक," मैं आपको एक बात बता दूं, एक बार बच्चा टीवी शो जीत लेता है या फिर उसे एक बार उसे लोकप्रियता मिलती है तो उसकी जिंदगी बदलने में देर नहीं लगती है."

छोटे शहर के बड़े ख्वाब

रीमा जो पश्चिम बंगाल के छोटे से शहर बहरामपुर से आती है. उसके लिए यह प्लेटफॉर्म टिकट साबित हो सकता है नाम और दौलत कमाने का. रीमा के पिता अनुप चक्रवर्ती ने अपनी छोटी सी मिठाई की दुकान को छोड़कर बेटी को सहारा देने के लिए आए हैं. घर से करीब दो हजार किलोमीटर दूर दोनों करीब तीन महीने मुंबई में रहेंगे. चक्रवर्ती कहते हैं, "मेरे पास कोई और विकल्प नहीं था. मुझे अपनी बेटी के लिए यह करना ही था. इस शो के लिए उसके पास यह आखिरी मौका है. क्योंकि सितंबर में वह आयु सीमा पार कर जाएगी." रीमा के पिता ने उसके स्कूल से इस शूटिंग के लिए छुट्टी ली है.

करीब 50,000 बच्चों ने इस शो के लिए ऑडीशन दिया है. बगरेचा कहते हैं, "अपने बच्चों को लाने वाले 80 फीसदी मां-बाप सोचते हैं कि उनका बेटा या बेटी अगला स्टार होने वाला है. हमें यह समझाने में बहुत मुश्किल होती है कि ऐसा नहीं है."

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तस्वीर: picture-alliance/ dpa

रातों-रात स्टार बनी सलोनी

10 साल की सलोनी डैनी कई कॉमेडी शो जीत चुकी हैं. हर रोज उसे 5 से 6 ऑफर मिलते हैं. सलोनी को शादी, पार्टी या फिर कॉरपोरेट इवेंट में परफॉर्म करने के ऑफर होते हैं. सलोनी की मां संयोगिता कहती हैं, "हमने इस साल काम न करने का फैसला किया है. हम नहीं चाहते हैं कि शो की वजह से उसकी पढ़ाई खराब हो." सलोनी के सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर अपना फैन क्लब है. सलोनी अब एक टीवी स्टार बन चुकी है. सलोनी को "छोटे मियां" कॉमेडी शो से पहचान मिली. आज सलोनी एक कामयाब बाल कलाकार है.

रिपोर्ट: रॉयटर्स/आमिर अंसारी

संपादन: आभा एम

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