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राडिया के वार से बौखलाए पवार

१४ अप्रैल २०११

2जी स्पेक्ट्रम घोटाले का दायरा फैलता फैलता जा रहा है. इसके लपेटे में आ रहे लोगों के नए नए सूत्र निकल रहे हैं. कॉर्पोरेट दलाल नीरा राडिया ने अब कृषि मंत्री शरद पवार का नाम धर दिया है. और पवार बौखला गए हैं.

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बौखलाए पवारतस्वीर: UNI

गुरुवार को 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले से जुड़ा एक नया विवाद खड़ा हो गया. एक टीवी चैनल और एक भारतीय अखबार के मुताबिक नीरा राडिया ने सीबीआई से पूछताछ के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को भी घोटाले से जोड़ा है. राडिया ने कहा कि शरद पवार उस डीबी रिएल्टी कंपनी से जुड़े हैं, जिस पर घोटाले के सिलसिले में जांच चल रही है.

पवार बोले, बेकार

शरद पवार ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक राडिया ने कहा कि डीबी ग्रुप पर पवार का नियंत्रण है और हो सकता है उन्होंने ए राजा के साथ मिलकर ही स्वान टेलिकॉम को स्पेक्ट्रम लाइसेंस दिलाने में भूमिका निभाई हो. पवार ने इसे बेबुनियाद बताया है.

Flash-Galerie Andimuthu Raja
पूछताछ शुरूतस्वीर: AP

शरद पवार ने कहा, “यह पूरी तरह झूठा और मूर्खतापूर्ण बयान है. मेरा इस कंपनी से कोई वित्तीय हित नहीं जुड़ा है. डीबी रिएल्टी और उस टेलिकॉम कंपनी से मेरा कोई संबंध नहीं है. इस कंपनी में मेरा एक नए पैसे का भी हित नहीं है.”

जान पहचान है

पवार ने माना कि वह डीबी रिएल्टी के विनोद गोयंका के पिता को पिछले 35 साल से जानते हैं. पवार के मुताबिक गोयंका के पिता ने 20 साल पहले बारामती में एक दुग्ध संसाधन केंद्र लगाया था. केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हम सभी किसान गोयंका की मदद करते हैं कि उन्हें अच्छा दूध मिले. हमारा एक रिश्ता है. लेकिन टेलिकॉम कंपनी से हमारा कोई लेना देना नहीं है.”

पवार ने कहा कि राडिया ने तो खुद ही मान लिया है कि उनके दावे को साबित करने के लिए उनके पास कोई सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम लाइसेंस के लिए उनकी नीरा राडिया या किसी और से कभी कोई बात नहीं हुई. उन्होंने कहा, “मैं देश की कृषि देख रहा हूं, टेलिकॉम नहीं.”

रिपोर्टः पीटीआई/वी कुमार

संपादनः आभा एम