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'राजनीति से ऊपर उठें सोनिया गांधी'

४ जून २०१२

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का कहना है कि प्रधानमंत्री व सरकार पर लग रहे आरोप बेबुनियाद हैं. वह भ्रष्टाचार पर कुछ नहीं बोलीं लेकिन आरोपों को उन्होंने साजिश करार दिया. बाबा रामदेव को बीजेपी ने समर्थन दिया.

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तस्वीर: AP

नई दिल्ली में सोमवार की सुबह राजनीतिक गहमागहमी से भरी रही. समाजसेवी अन्ना हजारे और योग गुरु बाबा रामदेव के एक दिन के अनशन के 24 घंटे बाद एक तरफ कांग्रेस कार्यकारी समिति की बैठक हो रही थी, तो दूसरी तरफ बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के आवास हलचल थी. बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने पांव छूकर रामदेव का स्वागत किया. दोनों गले भी मिले. मुलाकात के बाद गडकरी ने काले धन के मुद्दे पर रामदेव के आंदोलन का समर्थन किया.

बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, "काले धन के खिलाफ बाबा रामदेव की लड़ाई बहुत अहम है. हम एक पार्टी के तौर पर बाबा रामदेव के आंदोलन का समर्थन करते हैं. यह विरोध पार्टी धारा से ऊपर है. यह देश हित के लिए है." हालांकि दोनों ने यह भी कहा कि मुलाकात का कोई राजनीतिक मकसद नहीं है.

रामदेव इस मुद्दे पर अन्य पार्टियों का समर्थन भी जुटाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, "मैं एबी बर्धन (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी) से 15 जून को मिलूंगा. अगले दिन प्रकाश करात (भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) से, सात को शरद यादव (जनता दल-यूनाइटेड) से मिलूंगा. मैंने चंद्रबाबू नायडू (तेलगूदेशम पार्टी) और उद्धव ठाकरे (शिवसेना) से भी समय मांगा है."

Baba Ramdev
काले धन को लेकर सरकार पर बरस रहे हैं रामदेवतस्वीर: AP

सोनिया पर निशाना

बीजेपी ने इस मुद्दे पर सीधा निशाना कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर साधा. गडकरी ने कहा, "मैं सोनिया गांधी से निवेदन करता हूं कि वह इस आंदोलन का मकसद समझें जो किसी राजनीतिक पार्टी के खिलाफ नहीं है. उन्हें देश को बचाने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर इस आंदोलन का समर्थन करना चाहिए. रामदेव पर लगाए जा रहे सोनिया गांधी के आरोप निराधार हैं. क्या कोई देश विरोधी भारतीय काले धन को देश के भले के लिए वापस लाने की मांग करेगा. मुझे लगता है कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. उन्हें पार्टी राजनीति से ऊपर उठकर देश और महंगाई, गरीबी और भुखमरी से निकालने और बचाने में मदद करनी चाहिए."

सोनिया का पलटवार

लेकिन सोनिया गांधी ऐसा नहीं मानतीं. कांग्रेस सुप्रीमो ने सोमवार को विपक्षी पार्टियों की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री और यूपीए सरकार का बचाव किया. भारत में इस वक्त मंहगाई, भ्रष्टाचार और धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था मुद्दा बने हुए हैं. कांग्रेस कार्यकारी समिति की बैठक में इन पर चर्चा हुई. सोनिया ने इन्हें अपनी सरकार की नाकामी नहीं माना. उल्टा उन्होंने मुश्किलों को आरोप बताया और विपक्ष को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "लोकतंत्र में विपक्ष का काम ही विरोध करना है. विपक्ष और कांग्रेस विरोधी तत्व साजिश के तहत यह कर रहे हैं. प्रधानमंत्री और यूपीए सरकार, पार्टी और हमारे कुछ साथियों पर लगाए जा रहे निराधार आरोप खेदजनक हैं."

पेट्रोल के दामों का जिक्र किए बिना सोनिया ने कहा कि आर्थिक रूप से बहुत सी चुनौतियां हैं, जिनका असर आम आदमी पर पड़ रहा है, "पूरी दुनिया एक कठिन दौर से गुजर रही है और हमें भी इसका सामना करना होगा जो हम कर रहे हैं."

सोनिया गांधी ने अन्ना हजारे और बाबा रामदेव का नाम नहीं लिया, न ही उनके आंदोलन का जिक्र किया. लेकिन 'गैर कांग्रेसी तत्वों' से उनका इशारा अन्ना और बाबा पर ही था.

ओएसजे/आईबी (पीटीआई)

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