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युवराज बने मैन ऑफ द टूर्नामेंट

२ अप्रैल २०११

वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले युवराज सिंह को मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया है. वर्ल्ड कप से पहले युवी का करियर ढलान पर था. लेकिन आज सिंह ही किंग हैं.

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तस्वीर: UNI

2011 का वर्ल्ड कप युवराज सिंह के लिए शानदार रहा. उन्होंने गेंदबाजी, फील्डिंग, बैटिंग हर क्षेत्र में अद्भुत प्रदर्शन किया. कहां तो उनका टीम में होना लोगों को खल रहा था. और कहां आज वह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए हैं.

Flash-Galerie Yuvraj Singh
तस्वीर: AP

भारत की वर्ल्ड कप जीत में युवराज सिंह की अहम भूमिका रही. फाइनल मैच में भी उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से योगदान दिया. उन्होंने दो अहम विकेट लिए और फिर बेहद अहम 24 रन बनाए.

वर्ल्ड कप के कुल नौ मैचों में युवराज ने 362 रन बनाए. उन्होंने 15 विकेट लिए. वह चार बार मैन ऑफ द मैच चुने गए. आईसीसी के पांच सदस्यों की जूरी ने 29 साल के युवराज को मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुना. इस जूरी में क्रिकेट मैनेजर डेव रिचर्ड्सन, अंपायर अलीम डार, रेफरी रंजन मदुगले और पत्रकार क्रिस्टोफर मार्टिन जेनकिन्स और आनंद वासु शामिल थे.

भारत को वर्ल्ड कप फाइनल तक लाने और फिर जिताने में युवी ने सबसे अहम भूमिका निभाई. लेकिन इस जीत को उन्होंने सचिन तेंदुलकर को समर्पित किया. मैच के बाद युवराज ने कहा कि उन्होंने यह वर्ल्ड कप सचिन तेंदुलकर के लिए जीता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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