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'यस, यस, यस...और दहाई पूरी हुई'

१६ अक्टूबर २०११

कोरियाई ग्रां प्री के प्रैक्टिस और क्वालिफाइंग राउंड में फेटल का प्रदर्शन ढीला ही रहा. लगने लगा था कि दो बार लगातार वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने के बाद फॉर्मूला वन का बादशाह आराम फरमा रहा है. लेकिन रेस में वह खिताब ले उड़े.

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तस्वीर: dapd

रेड बुल के फॉर्मुला वन ड्राइवर सेबास्टियान फेटल ने कोरियाई ग्रां प्री जीत ली है. इस साल की उनकी यह दसवीं जीत है और करियर की कुल बीसवीं.

इस रेस में फेटल पोल पोजीशन पर नहीं थे. उन्होंने ब्रिटेन के लुइस हैमिल्टन के पीछे दूसरे नंबर से रेस शुरू की. लेकिन मैकलॉरेन के हैमिल्टन को उन्होंने पहले ही लैप में पीछे छो़ड़ दिया. उसके बाद कोई उनके आसपास नहीं फटक सका. उन्होंने एक घंटा 38 मिनट और 1.994 सेकेंड्स में 55 लैप की रेस पूरी की. दूसरे नंबर पर आए हैमिल्टन उनसे 12.019 सेकेंड्स पीछे रह गए.

तीसरा नंबर फेटल की टीम के मार्क वेबर को मिला. ऑस्ट्रेलियाई वेबर जीत भले न पाए, लेकिन उन्होंने अपनी टीम को लगातार दूसरी जीत दिला दी. चौथे नंबर पर ब्रिटेन के जेन्सन बटन रहे जो मैकलॉरेन के ही ड्राइवर हैं. दो बार के वर्ल्ड चैंपियन फेरारी के फर्नान्डो अलोंसो पांचवें नंबर पर आए.

रेस के बाद रेड बुल टीम के प्रमुख क्रिस्टियान हॉर्नर ने कहा, "शानदार सेबास्टियान. अद्भुत. क्या ड्राइव थी. मार्क हम जीत गए, बहुत अच्छे." जीत के बाद फेटल का जश्न देखने लायक था. वह चिल्लाए, "यस, यस, यस...और दहाई पूरी हुई."

छठे नंबर पर फेरारी के ही फेलिपे मासा रहे. उन्होंने टोरो रोसो के जेमी आल्गुएरसुआरी और मर्सिडीज निको रोजबेर्ग को पीछे छोड़ा. नौवें नंबर पर टोरो रोसो के ही सेबास्टियान बुएमी रहे. दसवें नंबर पर आकर फोर्स इंडिया के पॉल डि रेस्टा भी कुछ अंक जुटाने में कामयाब हो गए.

सात बार के वर्ल्ड चैंपियन मिषाएल शूमाखर के साथ वही कहानी दोहराई गई, जो इस साल अक्सर देखने को मिली है. उन्हें बीच रेस ही बाहर हो जाना पड़ा क्योंकि उनकी कार रेनॉ के विताली पेत्रोव से टकराकर खराब हो गई. बाद में रूसी ड्राइवर पेत्रोव ने माफी भी मांगी.

रिपोर्टः रॉयटर्स/एएफपी/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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