मेसी बेहतर या रोनाल्डो
कितना होगा दबाव
लाजवाब मेसी के सामने बेहतरीन खेल के साथ साथ इस बात का भी दबाव होगा कि वह अपनी टीम को जीत दिलाएं. उन पर दबाव यह भी होगा कि उन्हें जिस तरह से स्टार खिलाड़ी के तौर पर आगे बढ़ाया जा रहा है, वह उस पर खरे भी उतरें.
कितना चलेंगे रोनाल्डो
रोनाल्डो हाल के सालों में कई बार चोटिल भी रहे हैं. ऐसे में उन पर खास नजरें होंगी कि जब उनसे बेहतरीन खेल की अपेक्षा की जाएगी तो क्या वे इस पर खरे उतरते हैं या नहीं. किसी भी बड़े फुटबॉल खिलाड़ी के लिए चुनौती इस बात की भी होती है कि वह अपनी चोटों से भी बचा रहे.
10 नंबर का मेसी
10 नंबर की जर्सी मेसी ने संभाल ली है. लेकिन इसे संभाले रखना कोई आसान काम नहीं. पेले और मैराडोना के बाद कभी जॉर्जियो हाजी तो कभी जिदान ने यह जिम्मा उठाया है, लेकिन फुटबॉल का इतिहास कहता है कि ऐसे कंधे तैयार नहीं हो पाए हैं, जो इस जर्सी का भार उठा सकें. अब नजरें मेसी पर हैं.
मैराडोना से तुलना
मेसी को उसी अंदाज में देखा जा रहा है, जैसा 20-30 साल पहले मैराडोना को. दोनों खिलाड़ियों की जबरदस्त तुलना की जा रही है और मेसी ने कई बार अपने शानदार खेल से इस बात को साबित भी कर दिखाया है कि उनकी तुलना यूं ही नहीं की जा रही.
मेसी या रोनाल्डो ?
यह बहस तो हमेशा चलती रहती है कि कौन बेहतर हैं, मेसी या रोनाल्डो. लेकिन बीच बीच में किसी एक के लिए बहस तेज हो उठती है. जाहिर है किसी मैच में दुर्लभ प्रदर्शन करने के बाद मेसी या रोनाल्डो सुर्खियों में छा जाते हैं. लेकिन दूसरा भी पीछे कहां रहता है. बस अगले मैच का ही तो इंतजार होता है..
जोड़ा नहीं रोनाल्डो का
वह चीते की तरह भागते हैं और नजरें चील की तरह गोलपोस्ट पर चिपकी रहती हैं. कहने की जरूरत नहीं कि फुटबॉल इस बीच दोनों टांगों के बीच अठखेलियां करता दूसरे खिलाड़ियों को छकाता और जलाता रहता है. गेंद को भी तभी चैन मिल पाता है, जब वह जाल से उलझ जाता है.
रोनाल्डो का जलवा
रोनाल्डो पर होंगी सबकी नजरें. पुर्तगाल के रोनाल्डो हाल के दिनों में सबसे फुर्तीले और तेज तर्रार फुटबॉल खिलाड़ी बन कर उभरे हैं. वह जब तक ग्राउंड पर होते हैं, विपक्षी टीम को इस बात का खतरा सताता रहता है कि पता नहीं कब रोनाल्डो अचानक गेंद उनकी जाल में ठूंस दें.
गोल पर गोल
यह खिलाड़ी गेंद लेकर भागते वक्त जितना बेचैन दिखना है. गोल कर देने के बाद उसके चेहरे पर उतना ही सुकून नजर आता है. ऐसे ही एक पल में क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपनी जर्सी खोल दी है. वह उस अद्भुत क्षण को अहसास कर लेना चाहते हैं, जो उनकी वजह से उनकी टीम को मिलता है. बार बार मिलता है.
लाजवाब मेसी
सिर्फ 22 साल के लायोनल मेसी का कोई जवाब नहीं है. छोटे कद के मेसी एक शांत और संयम शख्स के तौर पर ग्राउंड पर उतरते हैं. लेकिन गेंद मिलते ही उनका रूप बदल जाता है. किसी झपटमार तेंदुए की तरह वह जाल की तरफ बढ़ जाते हैं और रास्ते में पता नहीं कितने ही दूसरे खिलाड़ी शिकार हो जाते हैं.
काका पर भी नजरें
मेसी और रोनाल्डो की लड़ाई में जो तीसरा नाम छूट जाता है, वह है ब्राजील का काका. हाल के दिनों में सबसे महंगे खिलाड़ियों में शामिल हो चुके काका भी करिश्माई स्ट्राइकर हैं और पता नहीं कितनी ही बार अपनी टीम को जीत दिला चुके हैं. ब्राजील छठी बार विश्व कप जीतने के इरादे से दक्षिण अफ्रीका पहुंचा है और उसकी तरकश में जो सबसे ताकतवर तीर है, वह निश्चित तौर पर काका ही है.