मुबारक और उनके बेटों पर होगी सुनवाई
२ जून २०११मुस्लिम ब्रदरहुड के एक सदस्य ने कहा कि मुबारक के मुकदमे की तारीख का तय होना दिखाता है कि न्याय होना शुरू हो गया है. हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि वह उम्मीद करती हैं कि इस मामले में न्याय होगा और मुबारक को उचित सजा मिलेगी. इससे पहले मिस्र के न्याय मंत्री यह बात कह चुके हैं कि यदि मुबारक पर आरोप साबित हो जाते हैं तो उन्हें फांसी की सजा भी हो सकती है. मुबारक के सुरक्षा प्रमुख हबीब अल अदली को पहले ही बारह साल की सजा सुनाई जा चुकी है. मुबारक के करीबी हुसैन सलेम पर भी इन्हीं आरोपों पर तीन अगस्त से ही मुकदमा चलेगा.
कहां चलेगा मुकदमा
मामलों की सुनवाई वरिष्ठ न्यायाधीश अहमद रिफात करेंगे. समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार सुनवाई काहिरा के उत्तर में स्थित एक आपराधिक अदालत में होगी. हालांकि यह अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है. ऐसा भी माना जा रहा है कि मुबारक के बीमार होने के कारण शायद अस्पताल में ही उनकी सुनवाई हो.
न्यायिक मामलों के विशेषज्ञ अल अहरम के अनुसार काहिरा में मुबारक की सुनवाई होना खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि "मुबारक के खिलाफ नफरत की भावना दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है." अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ मामलों की सुनवाई बंद कमरे में की जाएगी या फिर मीडिया को भी मौजूद रहने की अनुमति दी जाएगी.
बेहद बीमार हैं मुबारक
मुबारक 13 अप्रैल से शर्म लशीप के एक अस्पताल में भर्ती हैं. मुबारक को जांच के दौरान दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें यहां भर्ती कराया गया. मुबारक के वकील के अनुसार उनका स्वास्थ्य अभी भी खराब है, जिस कारण उन्हें जेल नहीं भेजा जा सकता. इसलिए वह ठीक होने तक अस्पताल में ही रहेंगे.
सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में मुबारक के वकील ने कहा कि उनकी सेहत बेहद खराब है, "उनकी दिल की धडकनें अनियमित हैं, जिस कारण उन्हें कभी भी दिल का दौरा पड़ सकता है. वह बेहद कमजोर हैं और उदास है, उन्हें बिस्तर से निकलने में भी तकलीफ होती है."
83 वर्षीय मुबारक और उनके बेटों पर भ्रष्टाचार और 18 दिन तक चले विरोध प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों की हत्या के आदेश देने के आरोप हैं. इनमें 846 लोगों की जान चली गई थी और कम से कम 6,000 घायल हुए थे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: एस गौड़