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मिस्र में पूर्व मंत्रियों पर मुकदमा चलेगा

१८ अप्रैल २०११

मिस्र में पूर्व प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमे शुरू होंगे. सत्ताधारी जनरल दिखाना चाहते हैं कि वे भ्रष्टाचार पर गंभीर है. भ्रष्टाचार के कारण ही राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को सत्ता छोड़नी पड़ी.

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मिस्र में बदलाव की हवा बह रही हैतस्वीर: picture-alliance/dpa

पूर्व प्रधानमंत्री अहमद नजीफ और वित्त मंत्री यूसुफ बुतरस-घाली के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू करने की कोई तारीख तय नहीं की गई है. इस बारे में फैसला उन लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं की मांग के मुताबिक किया गया है जिन्होंने देश पर 30 साल से राज कर रहे मुबारक को फरवरी में सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया. उनकी मांग है कि मुबारक राज में गड़बड़ी करने वालों को सजा दी जाए.

वैसे बहुत से निवेशक और उद्योगपति नजीफ और बुतरस-घाली को सम्मान की नजर से देखते हैं जिन्होंने मुक्त व्यापार के लिए व्यापक सुधारों को लागू किया. इसी के चलते 2008 की आर्थिक मंदी से पहले तीन सालों के दौरान देश की अर्थव्यवस्था ने 7 प्रतिशत की दर से सालाना वृद्धि की. लेकिन मिस्र के बहुत से लोग मंत्रियों को उन्हीं अधिकारियों की तरह भ्रष्ट मानते हैं जिनके खिलाफ पहले ही मुकदमे शुरू हो चुके हैं. अभियोजन पक्ष का कहना है कि दोनों पूर्व मंत्रियों के खिलाफ वाहन लाइसेंस हासिल करने के सिलसिले में धांधलियां करने के आरोप हैं जिससे सरकारी खजाने को 1.6 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ.

मुबारक को 'बचाने' की कोशिश

पिछले हफ्ते ही अभियोक्ता ने 82 वर्षीय मुबारक, उनके दोनों बेटों जमाल और अला को भ्रष्टाचार के आरोपों में हिरासत में लेने का आदेश दिया. मुबारक के दोनों बेटे कई पूर्व मंत्रियों और अधिकारियों के साथ इस वक्त जेल में हैं. लेकिन मुबारक को शर्म अल शेख के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिस दिन उन्हें हिरासत में लेने का आदेश दिया गया, उसी दिन उन्हें कोई बीमारी हो गई. इससे संदेह पैदा होने लगा कि सेना अपने पूर्व कमांडर इन चीफ को कानून के कठघरे से बचाना चाहती है.

NO Flash Hosni Mubarak in Untersuchungshaft und im Krankenhaus
लंबे विरोध प्रदर्शनों के बाद फरवरी में हुस्नी मुबारक को सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ातस्वीर: AP

शुक्रवार को अभियोक्ता कार्यालय की तरफ से आदेश दिया गया कि मुबारक को काहिरा के एक सैन्य अस्पताल में स्थानांतरित किया जाए. आदेश के मुताबिक पूछताछ के लिए पर्याप्त ठीक होने तक उन्हें इसी अस्पताल में रखा जाएगा. लेकिन शर्म अल शेख में मेडिकल और सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि मुबारक पहले ही अच्छी हालत में हैं और उन्हें जल्द काहिरा ले जाने की कोई योजना नहीं है. एक सुरक्षा सूत्र ने बताया, "हर कोई कह रहा है कि उन्हें ट्रांसफर किया जाना है लेकिन हमारे पास ऐसा कोई निर्देश नहीं है कि ऐसा कब होगा. यह भी कहा जा सकता है कि जो लोग सत्ता में हैं, वे तुरंत पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमा शुरू नहीं करना चाहते हैं."

आरोपों से इनकार

मुबारक पर सत्ता के दुरुपयोग, सरकारी पैसे में हेराफेरी और कुछ प्रदर्शनकारियों की मौत के लिए जिम्मेदार होने के आरोप लग रहे हैं. वह अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करते हैं कि लेकिन मिस्र के ज्यादातर लोग मानते हैं कि दशकों तक चले उनके राज में सिर्फ चुनिंदा लोगों को फायदा हुआ, जबकि देश की 8 करोड़ आबादी का ज्यादातर हिस्सा गरीबी से जूझता रहा. शनिवार को काहिरा की एक अदालत ने मुबारक की पार्टी को भंग करने का आदेश दिया.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ओ सिंह

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