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महासभा में माहौल बनाने की कोशिश

२७ सितम्बर २०१२

भारत चाहता है कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश आतंकवाद पर अपने रवैये में बदलाव कर और सक्रिय हो जाएं और इसे किसी भी रूप में सहन न किया जाए. सालाना आमसभा में आधिकारिक संबोधन से पहले माहौल बनाने की कोशिश में भारत.

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तस्वीर: AP

भारतीय विदेश सचिव रंजन मथाई ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सहमति को स्वीकार करने के लिए जोर डालने के साथ ही भारत दूसरे तरीकों से इस बात के लिए दबाव बनाता रहेगा कि आतंकवाद पर ज्यादा सक्रिय रवैया अपनाया जाए. भारत ने कहा है कि सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी विशेष कमेटी की अगली बैठक में आतंकवाद के लिए धन जुटाने वालों पर विशेष ध्यान देना होगा. भारत फिलहाल इस कमेटी का अध्यक्ष है.

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के भारतीय मिशन में रंजन मथाई ने पत्रकारों से कहा, "भारत सभी सदस्य देशों से आतंकवाद को बिल्कुल सहन न करने और हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ तुरंत कार्रवाई के लिए कदम उठाने का आग्रह करेगा." रंजन मथाई ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का 67वां सम्मेलन ऐसे वक्त में हो रहा है जब दुनिया आर्थिक और वित्तीय अनिश्चितता से जूझ रही है. दूसरी ओर मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में उथल पुथल मची हुई है.

Der indische Außenminister S. M. Krishna
तस्वीर: UNI

भारत ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर पर दिए बयान की भी आलोचना की और जोर दे कर कहा कि कश्मीर के लोगों ने लोकतांत्रिक व्यवस्था में शांतिपूर्ण तरीके से अपना भविष्य खुद चुना है. रंजन मथाई ने कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत का अटूट हिस्सा है और इस मामले में भारत का रुख दुनिया जानती है. पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मसला उठाया और कहा, "कश्मीर संयुक्त राष्ट्र की ताकत का नहीं बल्कि नाकामी की निशानी है." पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा कि कश्मीर के मामले में उनके देश का रुख उनकी विदेश नीति का आधार है और कश्मीर मसले का हल सहयोग के वातावरण में ही हो सकता है.

Pakistan Präsident Zardari UN
तस्वीर: dapd

आतंकवाद के अलावा भारत संयुक्त राष्ट्र महासभा में विकासशील देशों की चिंता की ओर भी दुनिया का ध्यान खींचना चाहता है. मथाई ने बताया कि भारत की कोशिश है कि संयुक्त राष्ट्र की प्राथमिकताओं में विकास सबसे प्रमुख स्थान पर रहे. इसके साथ ही भारतीय विदेश सचिव ने कहा कि 2015 के बाद के लिए संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे में गरीबी को मिटाने और सबके लिए विकास पर ही भारत का ध्यान है.

भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा गुरुवार को न्यूयॉर्क पहुंच रहे हैं. 1 अक्टूबर को एसएम कृष्णा संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे. इसके अलावा अलग अलग देशों के साथ कई तरह की उच्चस्तरीय बैठकें भी होनी हैं. इनमें कॉमनवेल्थ देशों के विदेश मंत्रियों की सालाना बैठक, भारत खाड़ी देश सहयोग परिषद की मंत्री स्तरीय बैठक, सार्क देशों के मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक और कुछ दूसरी बैठकें शामिल हैं.

एनआर/आईबी (पीटीआई)

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