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भारत पाक विदेश सचिवों की मुलाकात आज

२३ जून २०११

भारत और पाकिस्तान के बीच शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए गुरुवार को बातचीत का एक अहम दौर हो रहा है. दोनों देशों के प्रमुख राजनयिकों की इस मुलाकात से अमेरिका भी बडी़ उम्मीदें लगाए बैठा है.

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तस्वीर: AP

गुरुवार को भारत की विदेश सचिव निरुपमा राव और पाकिस्तान के विदेश सचिव सलमान बशीर के बीच इस्लामाबाद में मुलाकात हो रही है. हालांकि दोनों देशों ने इस मुलाकात से ज्यादा उम्मीदें जाहिर नहीं की हैं. भारत सरकार से सूत्रों ने बुधवार को कहा, "हम व्यवहारिक उम्मीद कर रहे हैं. हमें किसी तीव्र और नाटकीय समाधान की उम्मीद नहीं करनी चाहिए."

अफगानिस्तान की खातिर

लेकिन अमेरिका को इस मुलाकात से काफी उम्मीदें है क्योंकि वह इसे अफगानिस्तान से जोड़कर देख रहा है. अमेरिका को अफगानिस्तान से अपनी फौजें निकालनी हैं. उसे लगता है कि भारत और पाकिस्तान के स्थिर रिश्ते दक्षिण एशिया की शांति और अफगानिस्तान की स्थिरता के लिए अहम हैं. इसलिए अमेरिका और उसके सहयोगी मान रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति प्रक्रिया तेज होने से उनके 2014 के आखिर तक सेनाएं वापस बुलाने के लक्ष्य को मदद मिलेगी.

बात से बात चले

भारत और पाकिस्तान के बीच 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद से शांति प्रक्रिया बंद पड़ी थी. लेकिन इस साल फरवरी में यह प्रक्रिया फिर से शुरू हुई. तब से अब तक दोनों देशों के नेतृत्व के बीच कई स्तर पर और कई मुद्दों पर बातचीत हो चुकी है. इसमें रक्षा, गृह और वाणिज्य सचिवों के बीच हुई मुलाकातों ने अहम भूमिका निभाई है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी का क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान मैच देखने के लिए भारत जाना भी एक सकारात्मक कदम माना गया.

इस मुलाकात में राव और बशीर विवादित कश्मीर मसले पर भी बातचीत करेंगे. हालांकि नई दिल्ली ने धैर्य बनाए रखने पर जोर दिया है. भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने इसी हफ्ते कहा, "इस वक्त हम धैर्य रखने को कहेंगे. हमें व्यवहारिक बनना होगा."

कृष्णा ने उम्मीद जताई कि इस बातचीत से दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ेगा और सामान्य रिश्तों के लिए रास्ता बनेगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः महेश झा

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