भविष्य की उड़ान
ईंधन के बढ़ते दामों को काबू में करना मुश्किल है लेकिन भविष्य के विमानों को इस तरह बनाने की कोशिश की जा रही है ताकि इनमें ईंधन की खपत कम हो.
धुआं भी नहीं
हवाई जहाजों से निकलता धुआं दुनिया भर के उत्सर्जन का तीन फीसदी है. यूरोपीय आयोग के लिए यह आंकड़ा बहुत ज्यादा है. 2050 तक वह चाहता है कि उत्सर्जन केवल एक चौथाई रहे. बाउहाउस कंपनी का यह विमान बिजली से उड़ेगा.
बर्फीली मोटर
वो दिन गए जब सर्दियों में इंजन का ठंडा होना बुरा माना जाता था. अब विमान की मोटर को शून्य के 190 डिग्री नीचे ठंडा किया जाता है ताकि बिजली के तारों में कोई प्रतिरोध न रहे.
काम की डिजायन
डिजायन सही हो तो ईंधन की बचत होती है. जर्मन एयरोस्पेस एजेंसी के इस विमान में कैबिन और पंख के बीच जोड़ नहीं है जिससे घर्षण कम होता है और विमान तेजी से आगे बढ़ सकता है..
बड़े प्रोपेलर
विमान के पंख में लगे रोटरों से कहीं अच्छे ऐसे प्रोपेलर होते हैं. जर्मन एयरोस्पेस सेंटर के मुताबिक इस तरह के प्रोपेलर से 20 प्रतिशत ईंधन को बचाया जा सकता है. इसमें दो पंखे अलग दिशाओं में घूमते हैं.
सस्ते में शोर ज्यादा
अगर इन खुले पंखों को जहाज की पिछले हिस्से में बनाया जाए तो यह आवाज तो ज्यादा करेंगे लेकिन सस्ते होंगे और आम विमानों के मुकाबले इनकी गति थोड़ी सी ही कम होगी.
बचत को प्राथमिकता
अगर विमान कम पैसे में बनाना तो वह कुछ ऐसा लगेगा. लंबे पंखों और इलेक्ट्रिक मोटर वाला. इस विमान को बनाया है बेर्ट्रां पिकार और आंद्रे बोर्शबर्ग ने. यह 70 किमी प्रति घंटे से उड़ता है और अगर यह भारी हो जाए, तो उड़ना बंद कर देगा.
अलग से पंख
लंबे और पतले पंखों से विमान को फायदा होता है और ईंधन बचता है. इस सोलर विमान के डैने 63 मीटर लंबे हैं. एक जंबो जेट के डैने करीब 70 मीटर लंबे होते हैं. कई हवाई अड्डों पर इतने बड़े विमान लैंड नहीं कर पाते. इसके लिए यह मुड़ने वाले डैने बनाए गए हैं.
डबल डेकर प्लेन
बाउहाउस कंपनी के बॉक्सविंग में पीछे बड़े प्रोपेलर लगाए गए हैं और इसके लंबे डैने तैरने वाले हवाई जहाजों जैसे हैं. इसका आकार एक तीर की तरह है और यह कम ईंधन में तेजी से चलता है. डैने फिर भी छोटे हैं ताकि ये आम हवाई अड्डों में उतर कर सके.
बचत का भविष्य
वक्त की कमी वाले यात्रियों के लिए जर्मन एयरोस्पेस सेंटर ने स्पेसलाइनर बनाया है. इसमें रॉकेट इंजन लगे हैं. 2050 में यूरोप से ऑस्ट्रेलिया जाने में 22 घंटे के बजाए सिर्फ 90 मिनट लगेंगे.