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बिनायक के लिए खड़े हुए 40 नोबेल विजेता

९ फ़रवरी २०११

12 देशों के 40 नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने भारत के मानवाधिकार कार्यकर्ता बिनायक सेन की तुंरत रिहाई की मांग की है. सेन को छत्तीसगढ़ में माओवादियों की मदद के आरोप में उम्र कैद की सजा दी गई है.

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सेन देशद्रोह में जेल काट रहे हैंतस्वीर: AP

नोबेल पुरस्कार विजेताओं के इस समूह में भारतीय मूल के वैज्ञानिक डॉ. वेंकटरमन रामाकृष्णन भी शामिल हैं जिन्हें 2009 में रसायनशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया. इस समूह की ओर से जारी अपील में कहा गया है कि सेन की जमानत की याचिका पर बिना किसी देरी के सुनवाई होनी चाहिए. बियानसेन.नेट नाम की वेबसाइट पर जारी अपील के मुताबिक, "हम पूरे सम्मान के साथ पिछले महीने भारत में मानवाधिकारों के पैरोकार 61 वर्षीय डॉ बियानक सेन को अन्यायपूर्ण तरीके से दी गई उम्रकैद की सजा पर हैरानी और निराशा जताते हैं."

बाल रोग विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता सेन को 24 दिसंबर को एक निचली अदालत ने माओवादी नारायण सान्याल से रिश्ते रखने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई. अदालत ने उन्हें देशद्रोह का दोषी करार दिया. अब वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी सेन के मामले की पैरवी कर रहे हैं.

नोबेज विजेताओं ने सेन की तुरंत रिहाई की अपील की है. उन्होंने सेन को एक अपवाद, साहसी और निस्वार्थ साथी बताया गया है जिसने अपना जीवन जरूरतमंद लोगों की सेवा में समर्पित किया है. इस समूह में 91 वर्षीय फ्रांसीसी वैज्ञानिक फ्रानुआ जैकब सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं जिन्होंने 1965 में नोबेल जीता. बिनायक सेन की रिहाई की अपील पर दस्तख्त करने वालों में किडनी प्रत्यारोपण तकनीक में अहम योगदान देने वाले जोसेफ मरे और हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज करने वाले सैम्युएल ब्लूमबर्ग भी शामिल हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ओ सिंह

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