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बायर लेवरकूज़ेनः उमंग के बल पर

२२ जनवरी २००९

बायर लेवरकूज़ेन की टीम में इस बार सब कुछ है, सिर्फ़ अनुभव की कमी है. 34 वर्षीय कप्तान बैर्न्ड श्नाइडर रीढ़ के ऑपरेशन के बाद थेरपी में हैं, बारबारेज़ और रामेलो विदा ले चुके हैं.

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लेवरकूज़ेन की धूमतस्वीर: picture-alliance/ dpa

अब टीम की औसत उम्र है 23 साल. 28 साल के डिफ़ेंडर मानुएल फ़्रीडरिष टीम में अब बुज़ुर्ग माने जाते हैं. उनका कहना है – कितनी बड़ी संभावना है इस टीम में!

Fußball Bundesliga
उमंगों में डूबी टीमतस्वीर: picture-alliance/ dpa

लेकिन संभावना से खेल में अंक नहीं मिलते. यह टीम के कोच ब्रुनो लाबाडिया को भी पता है. वे भी पहली बार बुंडेसलीगा के किसी क्लब की कोचिंग कर रहे हैं.

मैनेजर मिशाएल रेशके को अनुभव की कमी नहीं खलती है. वे याद दिलाते हैं कि कास्त्रो 93, बारमेटा 100 और कीसलिंग 122 बुंडेसलीगा मैचों में खेल चुके हैं. अगर दूसरे लीग के मैचों को जोड़ा जाए तो रोल्फ़ेस के 150 मैच हो चुके हैं, हेल्मेस दूसरे लीग के एक अनुभवी खिलाड़ी रहे हैं.

स्पोर्ट डाइरेक्टर रूडी फ़्योलर खुद कभी एक मशहुर खिलाड़ी रहे हैं. उनका कहना है कि ख़ास कर पाट्रिक हेल्मेस पर सबकी नज़रें हैं. इसके अलावा अफ़वाह है कि ब्राज़िल के रेनाटो आउगुस्टो के लिए लेवरकूज़ेन ने पचास लाख से एक करोड़ यूरो के बीच ट्रांसफ़र राशि दी है. फ़्योलर ध्यान दिलाते हैं कि रेनाटो यु-20 विश्वचैंपियन टीम के बेहतरीन खिलाड़ी रह चुके हैं.

सबसे बड़ी बात – फ़िलहाल बायर लेवरकूज़ेन बुंडेसलीगा तालिका में पहले स्थान पर है.