बर्लिनाले में शरणार्थी
बर्लिनाले के आयोजन में समसामयिक सामाजिक मुद्दों को प्रमुखता से उठाए जाने का चलन हमेशा से रहा है. "खुशी का हक" के मोटो वाले बर्लिनाले के 66वें संस्करण में फिल्मों से लेकर कला प्रदर्शनियों तक में शरणार्थी संकट छाया रहा.
'फायर एट सी'
बर्लिनाले का सबसे बड़ा पुरस्कार गोल्डन बियर जीतने वाली इतावली फिल्मकार जानफ्रांको रौसी की यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म "फुओकुओमारे" इटली के लांपेदूजा द्वीप पर फंसे लोगों और उनकी मुश्किलों का सच्चा लेखाजोखा है. अफ्रीका मध्यपूर्व से यूरोप पहुंचने की कोशिश करने वाले अनगिनत लोग यही रास्ता तय करते हैं.
कला की शक्ति
बर्लिनाले के दौरान चीनी मूल के कलाकार और राजनीतिक एक्टिविस्ट आई वेईवेई ने ग्रीक द्वीप लास्बोस से लाए 14,000 इस्तेमाल किए हुए लाइफ जैकेटों से बनाया अपना आर्ट इंस्टॉलेशन बर्लिन कॉन्सर्ट हॉल में प्रदर्शित किया.
आई वेईवेई की समसामयिक कला
वेईवेई 66वें बर्लिनाले के चैरिटी इवेंट 'सिनेमा फॉर पीस' की जूरी के अध्यक्ष भी हैं. वे इस समय बर्लिन के आर्ट कॉलेज में गेस्ट प्रोफेसर हैं. साल 2011 में चीन में "आर्थिक अपराधों" के नाम पर गिरफ्तार कर हिरासत में रखे गए और बाद में छोड़ दिए गए.
लाइफ जैकेट और शरणार्थी जीवन
अपनी आर्ट इंस्टॉलेशन बनाने के लिए वेईवेई ने जिन लाइफ जैकेटों का इस्तेमाल किया, मानव तस्कर इन्हें जरूरतमंदों को बेहद ऊंचे दामों पर बेचते हैं. लेकिन यह समुद्र में डूबने की स्थिति में किसी काम के नहीं साबित होते.
उकसाऊ या मार्मिक?
बीते दिनों वेईवेई ने भारतीय पत्रिका इंडिया टुडे के लिए सीरियाई बच्चे आयलान कुर्दी की ही तरह लेसबोस के समुद्र तट पर लेट कर अपनी तस्वीर ली थी. इसे कुछ ने शरणार्थी संकट की मार्मिक तस्वीर तो कुछ ने केवल चर्चा में बने रहने की कोशिश बताया.
रेफ्यूजी वेलकम
इस साल केवल बर्लिन में ही करीब 80 हजार रेफ्यूजी पहुंचे हैं. जर्मन राजधानी में आयोजित होने वाले फिल्म महोत्सव में शरणार्थियों के स्वागत का संदेश जोर शोर से दिया जाना बहुत मायने रखता है. जर्मनी की राजनीति में शरणार्थी संकट का मुद्दा निर्णायक साबित हो रहा है.
मेक फूड, नॉट वॉर
सीरियाई शरणार्थी मातिनी और इतावली शेफ रोबेर्तो पेत्सा के खाने का अनूठा मेल यही संदेश दे रहा है. अंतरराष्ट्रीय पाक कला को फूड स्ट्रीट पर आम जनता के बीच लाकर भी शरणार्थियों के जीवन के कुछ दूसरे पहलुओं जैसे रोजगार की संभावना पर रोशनी डालने की कोशिश.
मनोरंजन ही नहीं मदद भी
बर्लिनाले के विभिन्न आयोजन स्थलों में खास काउंटर और डोनेशन बॉक्स भी रखे गए हैं. इसका मकसद शरणार्थियों के लिए सहायता राशि जमा करना है.
चांसलर के साथ पावर कपल क्लूनी
बर्लिनाले में शामिल हुए हॉलीवुड अभिनेता जॉर्ज क्लूनी और उनकी पत्नी एवं प्रख्यात मानवाधिकार अधिवक्ता अमाल क्लूनी जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल से मिले. चांसलर से मिलकर उन्होंने ऐतिहासिक यूरोपीय शरणार्थी संकट से निबटने में हर संभव मदद का इरादा जताया.