फाइनल की बर्थ बुक करना टीम इंडिया का लक्ष्य
२२ अगस्त २०१०वीरेंद्र सहवाग को शतक बनाने से रोकने के लिए सूरज रणदीव ने जानबूझकर नो बॉल फेंकी लेकिन उनकी यह चाल सहवाग को रास नहीं आई और उन्होंने अपना क्षोभ जाहिर कर दिया. इसके बाद विवाद की शुरुआत हुई जो रणदीव पर एक मैच की पाबंदी के बाद ही खत्म हुआ. वैसे इस मैच में श्रीलंका पुराने विवाद को भूल कर जीत के लिए उतरना चाहेगी क्योंकि टूर्नामेंट में बने रहने के लिए उसे यह मैच जीतना बेहद जरूरी है.
पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिला मैच का रद्द करना पड़ा और मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले चार दिनों तक बारिश का साया बना रहेगा. यानी दांबुला स्टेडियम में मैच होने में और मुश्किलें सामने आएंगी. भारतीय टीम में युवराज सिंह की वापसी हुई है. उन्हें डेंगू बुखार का असर था लेकिन वह अब फिट बताए जा रहे हैं.
रोहित शर्मा और विराट कोहली की मौजूदगी के बावजूद भारत का मध्यक्रम कमजोर लग रहा है लेकिन युवराज की वापसी से उसे नई धार मिलने की उम्मीद है. युवी के आने से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर भी दबाव कम होगा क्योंकि शुरुआती बल्लेबाजों के लौटने से पारी को संवारने का दबाव उन पर पड़ रहा था. भारत अगर यह मैच जीत जाता है तो वह फाइनल में पहुंच जाएगा. जीत की स्थिति में भारत के पास 9 अंक होंगे जबकि उसे एक मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है.
वहीं श्रीलंका अगर यह मैच हारता है तो उसके पास सिर्फ 6 अंक होंगे और उसके हिस्से के सभी मैच पूरे हो चुके होंगे. न्यूजीलैंड भी आरामदेह स्थिति में दिखाई दे रहा है. उसके पास 7 अंक हैं और भारत के साथ उसका मैच होना बाकी है. वैसे यह देखना दिलचस्प होगा कि सहवाग रणदीव के खिलाफ क्या रुख अपनाते हैं. न्यूजीलैंड के साथ मैच में रणदीव पाबंदी के चलते नहीं खेल पाए थे पर अब वह टीम में लौट आए हैं.
गेंदबाजी में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है. आशीष नेहरा और प्रवीण कुमार ने टूर्नामेंट में अब तक पांच-पांच विकेट झटके हैं. पिछले मैच में प्रज्ञान ओझा और रवींद्र जडेजा ने भी ठीक ठाक गेंदबाजी कराई. वहीं श्रीलंका के लिए राहत की बात यही है कि उसका टॉप ऑर्डर अच्छी फॉर्म में है और महेला जयवर्धने पर भरोसा किया जा सकता है. जयवर्धने का साथ देने के लिए संगकारा, उपुल तरंगा और दिलशान हैं और वे भारत के लिए मुश्किल का सबब बन सकते हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम