फरार बाघ को कुत्ते की तरह प्यार दें
२८ जुलाई २०१०जोहानसबर्ग के आस पास पुलिस के कई हेलीकॉप्टर बाघ की तलाश में गश्त लगा रहे हैं. पंजो नामका का यह युवा बाघ मंगलवार को कैद से भाग निकला. 17 महीने के किशोर बाघ को रोज फर्नांडिंस ट्रक पर लाद कर पशु चिकित्सालय ले जा रही थीं. लेकिन जैसे ही रोज अस्पताल पहुंची तो देखा पंजो गायब था.
किशोर बाघ का वजन करीब 140 किलो है. रोज का कहना है कि पंजो को लोगों की आदत है लिहाजा डरने की बात नहीं है. जोहानिसबर्ग के लोगों से अपील की गई है कि वह अगर बाघ को देखें तो उससे ढंग से पेश आएं. रोज ने कहा, ''उसके साथ कुत्ते की तरह व्यवहार करें. अगर वह सामने आए तो एक छड़ी उठाकर जोर से नो कहें वह फौरन मान जाएगा.''
आम लोगों से यह भी अपील की गई है कि वह पंजो अगर उनके पास आ जाए तो उसे खास तौर पर मुर्गी का गोश्त खिलाएं. रोज के मुताबिक पंजो को चिकन बहुत पंसद है.
लेकिन पुलिस रोज जितनी निश्चिंत मुद्रा में नहीं है. बाघ को ढूंढने के लिए कई हेलीकॉप्टर और एक छोटा विमान लगाया गया है. अब तक पंजो का कोई सुराग नहीं मिला है. जोहानसबर्ग की प्राइवेट सेक्यूरिटी नेटवर्क के कॉर्डिनेशन हेड एंड्रे स्निमान कहते हैं, ''यह अफ्रीका का अब तक का सबसे बड़ा बाघ खोजो अभियान है.''
वैसे अफ्रीका में बाघ नहीं होते. देश में बाघों को बसाने के लिए निजी संगठन और चिड़ियाघर कोशिश जारी रखे हुए हैं. यहां एशिया से बाघ लाए जाते हैं. लेकिन फिलहाल पंजो ने दक्षिण अफ्रीकी अधिकारियों की चिंता सातवें आसमान पर पहुंचा रखी है. डर है कि अगर पंजो को समय पर खाना नहीं मिला, या किसी से उससे बुरा व्यवहार किया तो वह असली बाघ की तरह व्यवहार कर सकता है. बाघ एक दिन में करीब 300 वर्ग किलोमीटर के दायरे में घूम सकता है, लिहाजा अधिकारियों का डर और मुश्किल और बढ़ गई है.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़