पीजिए ग्लास फुल! दूध दूध....
१ अप्रैल २००९दूध पीना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन जर्मनी में अब दूध पीने से आर्थिक संकट भी कुछ हद तक टाला जा सकता है.
जर्मन कृषि मंत्री इल्से आईन्येर का यही मानना है. जर्मनी में दामों में गिरावट आने की वजह से अब दूध भी सस्ता हो गया है और यहां के दूधवालों को इससे बहुत परेशानी हो रही है.
कृषिमंत्री का कहना है, कि अगर 8 करोड़ की आबादी वाले जर्मनी में हर व्यक्ति हफ्ते में एक लीटर ज़्यादा दूध पिए, तो दूध के दाम इससे बढ़ सकते हैं.
साथ ही दूधवालों को भी यह सुझाव दिया गया है, कि वह दूध के साथ साथ आईस क्रीम भी बेचना शुरु कर दें और आईसक्रीम में भी ज़्यादा से ज़्यादा दूध का इस्तेमाल करें. इससे दूध बरबाद भी नहीं होगा और लोगों की दूध में रुचि भी बढ़ेगी.
जर्मनी में ताज़ा दूध बांटने पर मनाही है, कोई चाहे तो भी ग्वाले से दूध नहीं ख़रीद सकते आपको सुपर मार्केट में ही दूध मिलेगा. जर्मनी में कई सुपर मार्केट ख़ुद दूध बेचते हैं ऐसे में ग्वालों को परेशानी होती है क्योंकि सुपर मार्केट का दूध तुलनात्मक तौर पर सस्ता होता है.
बिगड़ती आर्थिक स्थिति ने किसानों और दूधवालों की हालात ख़राब कर दी है. इसी सिलसिले में कृषि मंत्री ने इस शुक्रवार तक कृषि और संबंधित उद्योगों के लिए कुछ नई योजनाओं को जारी करने का वादा किया है.
रिपोर्ट एजेंसियां, मानसी गोपालकृष्णन्
संपादन आभा मोंढे