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पाकिस्तान में गिरफ्तार बिन लादेन का 'कुरियर'

१८ मई २०११

पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने अल कायदा के यमनी सदस्य अबु सोहेब अल-मक्की को गिरफ्तार किया है. यही व्यक्ति अल कायदा के नेता ओसामा बिन लादेन और अयमान अल जवाहिरी के संदेश एक दूसरे तक पहुंचाता था.

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FILE - In this Oct. 7, 2001, file photo, Osama bin Laden, left, with his top lieutenant Egyptian Ayman al-Zawahri, are seen at an undisclosed location in this television image broadcast. A person familiar with developments said Sunday, May 1, 2011 that bin Laden is dead and the U.S. has the body. (AP Photo/Al Jazeera, File)
बिन लादेन और जवाहिरीतस्वीर: AP

पाकिस्तान सेना ने मंगलवार को बताया कि उन्होंने कराची में मोहम्मद अली कासिम याकूब उर्फ अबु सोहेब अल-मक्की को गिरफ्तार किया है जो अल कायदा का वरिष्ठ सदस्य है. याकूब उन अहम लोगों में शामिल था जो ओसामा बिन लादेन और अल कायदा के नंबर दो नेता जवाहिरी को एक दूसरे के संदेश पहुंचाते थे. पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में 2 मई को अमेरिकी सेना के अभियान में बिन लादेन मारा गया.

याकूब को 4 मई को गुलशन-ए-इकबाल इलाके से गिरफ्तार किया गया. उसके पास एक सैटेलाइट फोन और ट्रैकिंग डिवाइस मिला है. अधिकारियों के मुताबिक इन उपकरणों से क्षेत्र में अल कायदा की गतिविधियों में बारे में जानकारी मिली है. बताया जाता है कि याकूब अल कायदा में नए लोगों की भर्तियां भी करता था. इसके लिए अक्सर वह अलग अलग देशों में जाता था.

पाकिस्तान में पकड़े जाने से बचने के लिए वह अलग अलग इलाकों में घूमता फिरता था. वह एबटाबाद, फैसलाबाद, पेशावर और कराची में रहता था. वह पाकिस्तान में सउदी प्रतिष्ठानों पर हुए हमलों से भी जुड़ा है. अधिकारी बताते हैं कि उसने बिन लादेन की मौत के बाद उसका बदला लेने का भी आदेश दिया.

यह अभी साफ नहीं है कि क्या कराची में सउदी राजनयिक की हत्या बदले की कार्रवाई का ही हिस्सा है. उन्हें सोमवार को दिन दहाड़े कराची में कत्ल कर दिया गया. पाकिस्तानी सेना के बयान में कहा गया है कि याकूब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाके में अल कायदा नेताओं के साथ काम कर रहा था. अल कायदा के नेटवर्क और गतिविधियों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए उसकी गिरफ्तारी को बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.

वहीं राजनयिक सूत्रों का कहना है कि यह कहना अभी जल्बादी होगी कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने बिन लादेन की मौत के बाद अल कायदा के सदस्यों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. बिन लादेन की एबटाबाद में मौत के कारण पाकिस्तान सरकार, सेना और खुफिया एजेंसी को भारी शर्मिंदगी उठानी पड़ी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

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