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पाकिस्तान में अमेरिकी अधिकारियों की संख्या घटाने की मांग

१२ अप्रैल २०११

पाकिस्तान ने अमेरिका से कहा है कि वो देश में मौजूद सीआईए और विशेष बल के अधिकारियों की संख्या घटाए साथ ही आतंकवादियों के खिलाफ ड्रोन हमलों पर भी लगाम लगाए. अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट ने खबर का खुलासा किया.

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तस्वीर: picture alliance / dpa

न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान अमेरिका के बीच रिश्तों में जारी तनाव इस मांग से और खुलकर सामने आ गया है. सीआईए से जुड़े रेमंड डेविस के हाथों दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या के बाद से ही इस दोनों देशों के रिश्तों में दरार आने की बात कही जा रही है.

पाकिस्तानी अधिकारी सीआईए एजेंट, ठेकेदार और विशेष बलों के अधिकारियों समेत कुल 335 अमेरिकियों की अपने देश से विदाई चाहते हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स ने पाकिस्तान सरकार की तरफ से लिए गए इस फैसले में शामिल एक अधिकारी के हवाले से खबर छापी है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अशफाक कियानी ने खुद अधिकारियों की संख्या में कटौती के आदेश दिए हैं.

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पाकिस्तानी पुलिस की गिरफ्त में डेविसतस्वीर: AP

न्यूयॉर्क टाइम्स की ये रिपोर्ट ऐसे वक्त में सामने आई है जब पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख अहम शुजा पाशा वॉशिंगटन के दौरे पर गए हैं. सोमवार को आईएसआई प्रमुख ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेशक लियॉन पेनेटा से मुलाकात की. इस मुलाकात के बारे में सीआई प्रवक्ता जॉर्ज लिट्ल ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "दोनों अधिकारियों के बीच मुलाकात अच्छी रही और दोनों देशों की खुफिया एजेंसियों के बीच संबंध मजबूत आधार पर टिके हैं."

पाकिस्तान में मौजूद सीआईए अधिकारियों की संख्या में कटौती के फैसले में शामिल पाकिस्तानी अधिकारी ने अमेरिकी अखबार से कहा कि पाकिस्तान को शक है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी मुस्लिम देश के परमाणु हथियारों को खत्म कर देना चाहती है. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक जनरल कियानी चाहते हैं कि अमेरिकी अधिकारियों की संख्या में 25-40 फीसदी की कटौती हो. इनमें से ज्यादातर अधिकारी उत्तर पश्चिमी के कबायली इलाकों में अर्धसैनिक बलों को ट्रेनिंग देने के काम में जुटे हैं. ये इलाका तालिबान और अल कायदा का गढ़ माना जाता है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान ने अपने देश में विदेशी सैनिकों की मौजूदगी का कोटा तय कर दिया है. इसके मुताबिक 120 सैनिकों को ही देश में रहने की इजाजत दी जाएगी. इसके साथ ही पाकिस्तान ने उन सभी सीआएई एजेंटों और ठेकेदारों को वापस बुलाने की मांग की है जिनके काम के बारे में आईएसआई को जानकारी नहीं है.

एक पाकिस्तानी अधिकारी के मुताबिक सेना प्रमुख कियानी ये भी चाहते हैं कि ड्रोन हमले बंद कर दिए जाएं. उन्होंने शिकायत की है कि ओबामा प्रशासन में बढ़ाए गए ड्रोन हमले अब नियंत्रण से बाहर चले गए हैं. कियानी ने ये भी कहा कि अगर उन्हें पूरी तरह बंद नहीं किया जा सकता तो उनका दायरा बिल्कुल सीमित कर दिया जाना चाहिए.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ओ सिंह

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